शिवपुरी। प्राइमरी व मिडिल स्कूल के बच्चों के बस्ते का बोझ कम हो इसके लिए स्कूल शिक्षा विभाग ने होमवर्क के नियमों को संशोधित किया है। इसके लिए व्यवस्था तय की गई है कि कक्षा 3 तक की कक्षाओं के छात्रों को किसी भी तरह का होमवर्क नहीं दिया जाए।
जिससे छात्रों के दिमाग से होमवर्क का वजन कम हो सके। इसके साथ ही कक्षा 3 से ऽ वीं तक के छात्र-छात्राओं को प्रति सप्ताह अधिकतम 2 घंटे, कक्षा 6 से 8वीं तक प्रतिदिन अधिकतम 1 घंटे, कक्षा 9 से 12वीं तक के बच्चों को प्रतिदिन अधिकतम 2 घंटे का ही गृह कार्य यानी होम कर्क दिया जाएगा। जिला शिक्षा केन्द्र को जानकारी मुताबिक, जन शिक्षकों को इसका प्रशिक्षण दिया जा रहा है,
इसके लिए राज्य शिक्षा केंद्र ने कक्षा एक-दो व कक्षा तीन व चार के लिए संयुक्त मार्गदर्शिका बनाई हैं। ये मार्गदर्शिका हिंदी, गणित व अंग्रेजी विषय से संबंधित हैं। इनमें प्रत्येक सप्ताह के लेसन प्लान दिए हैं। पाठों में अध्यापन कराने के तौर-तरीकों से संबंधित कई प्रविधियां दी गई हैं। इसमें सबसे पहले शिक्षकों को किताब को पढ़ना, पढ़कर सुनाना, गणित विषय में जोड़, बाकी, गुणा व भाग करके दिखाना है।
दूसरे चरण में शिक्षक व छात्र मिलकर प्रविधियों को पूरा करके दिखाएं और उसके बाद छात्रों को ही अक्षर, शब्द, वर्ण व वाक्य पढ़कर सुनाने हैं और किताब पढ़ने व पाठ का मतलब समझने की क्षमता विकसित करना है। इसी प्रकार गणित विषय पढ़ाने के लिए शिक्षक दोनों हाथों में दो व तीन कंकड़ लेकर बच्चों को पूछ सकते हैं इनमें कौन से ज्यादा है और कौन से कम। इसके बाद बच्चों को कंकड़ की संख्या एक, दो व तीन का ज्ञान कराया जा सकता है। नए सिस्टम पर स्कूलों में अमल में कराने के लिए मॉनिटरिंग तेज की गई है।