शिवपुरी जिले के बम्हारी गांव में एक आदिवासी मजदूर को मजदूरी मांगने पर दो भाइयों ने बेरहमी से लात घूंसों और बेल्टों से पीट दिया। पीड़ित ने इसकी शिकायत बम्हारी थाने में की थी। हालांकि, FIR दर्ज नहीं की गई। मारपीट का एक वीडियो भी सामने आया है।
जानकारी के मुताबिक बम्हारी गांव के रहने वाले 18 साल के बालिस्टर आदिवासी ने गांव के ही महेंद्र गुर्जर के यहां ट्रॉली में पत्थर भरने की मजदूरी की थी। जब कुछ दिन बाद बालिस्टर ने मजदूरों के पैसे की मांग की गई तो महेंद्र गुर्जर के दो बेटे छोटे गुर्जर और अरविंद गुर्जर के साथ बालिस्टर आदिवासी के साथ बेरहमी से मारपीट कर दी। घटना मंगलवार की दोपहर की बताई गई है।
बताया गया है कि मारपीट के बाद पीड़ित आदिवासी युवक ने इसकी शिकायत बम्हारी थाने में पहुंचकर दर्ज कराई थी। लेकिन सुनवाई नहीं हुई। बालिस्टर का कहना है कि थाने में जाकर उससे कोरे कागज पर हस्ताक्षर कर लिए गए और इसके बाद अब उसे धमकाया जा रहा है।
इस मामले में बम्हारी थाना प्रभारी अजय मिश्रा का कहना है कि युवक को आज सुबह ही थाने पर एफआईआर दर्ज करने के लिए बुलाया गया था। वह अपने परिवार के साथ थाने आया था। लेकिन किसी के भी खिलाफ मामला दर्ज करने से साफ इनकार कर दिया है।
इधर सहरिया क्रांति के संयोजक संजय बैचेन का कहना है कि पीड़ित परिवार उनके कार्यालय पर आया था जहां उसने अपने साथ हुई घटना के बारे में बताया था। इसके बाद शिकायत दर्ज करने के बाद भी पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया साथ ही मामले को दबाने का प्रयास किया गया है।
वीडियो में भी युवक के साथ सार्वजनिक रूप से मारपीट की जा रही है। जिले में आदिवासियों के साथ लगातार घटनाएं बढ़ रही है। इसके बावजूद पुलिस उचित कार्रवाई करने से दूरी बना रही है।