जानकारी के अनुसार सिद्धेश्वर कॉलोनी में निवास करने वाली मीणा कुशवाह ने बताया कि मेरा एक निजी स्वामित्व व आधिपत्य का आवासीय भूखण्ड ग्राम सिंह निवास में स्थित हैं,जिसका मेरे नाम नामांतरण भी हो चुका हैं, और कई वर्षो से काबिज हैं जिसकी चतुर सीमा स्पष्ट हैं। हमारे द्वारा मुड्डी लगाई गई थी व अपने नाम मोबाइल नंबर व सुपठित बोर्ड लगाया था। उक्त भूखण्ड पर कभी भी किसी तरह का विवाद नहीं रहा हैं।
लेकिन 3 जुलाई 2024 को सुबह 10 बजे मेरे पति रणवेन्द्र सिंह और मैं अपनी भूमि पर निर्माण कार्य करवाने गये हुए थे। तथा उसी दिन दोपहर 12 बजे एक सफेद रंग की बोलेरो आई, जिस पर कोतवाली पुलिस लिखा था तथा पुलिस कर्मी पहुंचे, और कारीगर मजदूरों के साथ ग्लीगलोच कर कार्य को रुकवा दिया था।
मीणा कुशवाह ने बताया कि यह काम सिंकी सांखला का हैं और वहीं यह काम करवा रहा हैं वह पुलिस को पैसे देकर लेकर आता हैं और वह बहुत बड़ा भूमाफिया हैं। वह हमारे भी प्लॉट पर कब्जा करवाना चाहता हैं। हमारे पास इसके पूरे कागजात हैं हमारा कई वर्षो से इस पर कब्जा हैं। हमें धमकी देता हैं कि तुम इस प्लॉट को छोड़ दो, लेकिन हम कैसे छोड़ दे। हमारा कई वर्षों से उस पर कब्जा हैंं।
इसक संबंध में हम पुलिस को कई बार शिकायत कर चुके हैं ,लेकिन पुलिस हमारी कोई सुनवाई नहीं करती हैं और सिंकी सांखला के कहने पर वह हमारे प्लॉट कर आई और कारीगर व मजदूरों के साथ ग्लीगलोच कर हमारा काम रूकवा दिया। हम बहुत परेशान हैं हमारी पुलिस भी कोई सुनवाई नहीं कर रही हैं।
2020 में ट्रैफिक सूबेदार के ऊपर कचरा फेंक दिया था
सिन्की सांखला, शिवपुरी शहर का एक विवादित व्यापारी बनता जा रहा है। 2020 में उसने ट्रैफिक सूबेदार रणवीर यादव के ऊपर कचरा फेंक दिया था। यह घटना शाम 5:00 बजे की है। उसे समय बात बिगड़ गई थी, एसडीम भी सिन्की सांखला के खिलाफ कठोर कार्रवाई करना चाहते थे परंतु सिंधिया की कर परस्त के चलते पुलिस और प्रशासन को को समझौता करना पड़ा लेकिन इस घटना को रिकॉर्ड पर लेने के लिए सिन्की सांखला के खिलाफ ₹1000 का चालान बनाया गया था।