शिवपुरी। शिवपुरी का स्वास्थ महकमा अपने अजब गजब कारनामों को लेकर हमेशा चर्चा में बना रहता है लेकिन इस समय एक नेत्र सहायक की वजह से शिवपुरी का स्वास्थ महकमा जिले में ही नहीं पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बना हुआ है। एक छोटा सा नेत्र सहायक पद पर तैनात कर्मचारी समूचे स्वास्थ्य महकमे में भारी गड़बड़ियां का वाहक एवं व्यवस्थाओं को पैसे के बलबूते पर अपनी उंगलियां पर नाचते हुए शिवपुरी जिले के स्वास्थ्य विभाग की बदनामी का पर्याय बना हुआ है हालत इतने बे सबब है की प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मनपुरा में पदस्थ नेत्र सहायक नवल सिंह चौहान जो विभाग के शीर्ष अफसरों को अपनी जेब में रखे जाने का दम भरता है और यह छोटा सा कर्मचारी जिले के समूचे स्वास्थ्य विभाग को अपनी मर्जी से चलाने का आदि हो गया है, तब ऐसे में इस कर्मचारी पर उचित कार्यवाही या अंकुश का दम भला कौन भर सकता है!
एक व्यक्ति को किसकी अनुकंपा से सौपे रखे हैं इतने प्रभार
स्वास्थ्य विभाग में व्याप्त घोटाले पर गहराई से यदि नजर डाली जाए,और इस नेत्र सहायक के विचित्र कारनामों की जांच कराई तो एक साथ कई कई प्रभाव में पदस्थ नेत्र सहायक नवल सिंह चौहान के लिए शासन के नियम कायदे पूरी तरह महत्वहीन और थोथे लगते हैं!क्योंकि नवल सिंह चौहान की मूल पदस्थापना जहां मनपुर पीएससी पर नेत्र सहायक के रूप में है वहीं करेरा सीएससी पर वह बीपीएम ब्लॉक प्रोग्राम मैनेजर के साथ-साथ स्थापना का भी प्रभारी है।
इसके अलावा शिवपुरी सीएमएचओ ऑफिस में मेडिसिन खरीद का भी इंचार्ज है इसके अलावा इसके पास अनगिनत प्रभार है इस सारे विभाग को मिलने वाले वर्ष भर के बजट को कहां से किस प्रकार से समायोजित करना है यह सब कर पिछले कई वर्षों से यह अदना सा कर्मचारी यहां स्वास्थ्य महक मैं कई गंभीर गड़बड़ियों का पर्याय साबित हो रहा है हाल में ही आशा कार्यकर्ताओं की नियुक्ति घोटाला हो या सी एच ओ की प्रोत्साहन राशि में अनीयताओं ओर आठ ब्लॉकों के अस्पतालों में मिलने वाली खाद्य सामग्री में भारी गड़बड़ियां देखी जा सकती है कई मामलों में भी इस अदने कर्मचारी की भूमिका की जांच की बाट जोह रहे हैं!
इस कर्मचारी की शिकायत ग्वालियर लोकायुक्त से लेकर स्वास्थ्य संचालक तक जा पहुंची हैं! अब देखना यह की इस भ्रष्ट कर्मचारी पर शिकंजा कसता भी है अथवा नहीं ,यह तो वरिष्ठ अधिकारियों की सक्रियता या आने वाला समय तय करेगा!
भ्रष्ट कर्मचारियों के भय से भयभीत अधिकारी, और आम जनता
वर्तमान में शिवपुरी जिले का स्वास्थ्य महकमा और उसके कर्मचारियों के कारनामों ने सभी हदों को पर करते हुए देखे जा सकता हैं इस महकमे में अब कोई भी काम अब बिना पैसों के संभव नहीं है चाहे फिर बह गर्भवती महिलाओं की डिलीवरी हो, या जन्म प्रमाणपत्र, या जननी एक्सप्रेस सेवा हो,मरीजों को समूह द्वारा मिलने वाले भोज्य पदार्थ हो,सभी स्वास्थ्य कर्मचारियों द्वारा खुले आम भ्रष्टाचार देखा जा सकता है!
मरीजों को मिलने वाली दवाइयां की जा रही है आग के हवाले
चुकी महकमे की दवाई खरीद से लेकर दवाई वितरण तक की सारी व्यवस्था था इसी छोटे से कर्मचारी के हाथो से नीचे होकर गुजर रही हैं इसमें में भी भारी गोलमाल चल रहा है शासन की योजनाओं में पलीता लगाते हुए, दवाइयों को आग के हवाले की जा रही है जिन दवाईयो से गरीब,ग्रामीणों,मजदूरों की जान बचाना थी उनको जलाकर,अपने काले कारनामों को छुपाते हुए खुद बचाया जा रहा है।
इस प्रकार की घटनाओं के बारे में जब जिम्मेदार व्यवस्था अधिकारी से जब दैनिक जागरण संवाददाता द्वारा पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि मुझे भी लग रहा है दवाइयां तो जलाई गई है लेकिन मेरी अनुपस्थिति में अस्पताल में क्या हो रहा है में इस बारे मै क्या कह सकता हूं!
इनका कहना है
करैरा बीएमओ प्रदीप शर्मा बताया कि नवल सिंह को बी.पी. एम. एवं स्थापना के प्रभार से हटाया जा रहा है साथ ही सभी शिकायतों की जांच के बाद कड़ी कार्यवाही करेगे!
प्रदीप शर्मा
बी.एम.ओ करैरा