शिवपुरी। आजीविका मिशन में नरवर विकासखंड का गणवेश घोटाले को लेकर मातृशक्ति अब जिद पर अड़ गई है। नरवर के एसआरएलएम के विकासखंड प्रबंधक पर कागजो पर रोजगार देने और विधि के विरुद्ध समूह के खाते से 9 लाख रुपए आहरण करने का आरोप लगाते हुए नरवर से नरौआ गांव की समूह महिला आज फिर कलेक्टर शिवपुरी से नरवर के प्रबंधन को हटाने और इस घोटाले की जांच कराने की मांग की। शिवपुरी कलेक्टर ने महिलओ की बात को गंभीरता से सुना और कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। वहीं जब महिलाए कलेक्टर से अपनी बात रख रही थी वही कलेक्ट्रेट के अधिकारी प्रबंधन मनोज जादौन की वकालत करते नजर आए।
इस मामले को लेकर मामला ग्वालियर सांसद और करैरा विधायक तक भी पहुंच चुका है,दोनों नेताओं ने घोटालेबाज प्रबंधक मनोज जादौन को हटाने के लिए कलेक्टर को चिट्ठी लिखी है,वही जनपद पंचायत नरवर के सीईओ ने इस गणवेश घोटाले को लेकर मनोज जादौन को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है। इतना सब होने के बाद भी अभी प्रबंधक को हटाया नही गया वही सीएम हेल्पलाइन भी महिलाओं की अभी तक कोई हेल्प नही कर सकी है। एसआरएलएम के जिला स्तर के अधिकारी इस मामले में जांच की बात कर मामले को टालने का प्रयास कर रहे है।
जैसा कि विदित है कि गरीब परिवारों की महिलाओं को सरकार आजीविका मिशन के तहत समूहों के माध्यम से विभिन्न कार्य प्रदान करती है, ताकि वह अपना काम कर परिवार का भरण पोषण कर सकें। इसी क्रम में नरवर की ग्राम पंचायत नरौआ के कालो माता स्व-सहायता समूह में पिछले एक साल में गरीब महिलाओं को स्कूल की गणवेश बनाने के लिए सरकार ने नौ लाख रुपये भेजे।
महिलाओं का आरोप है कि विकासखंड प्रबंधक मनोज जादौन
ने उनसे साइन करवा कर चेक लिया कि यह पैसे निकाल कर उन्हें दे देगा परंतु मनोज जादौन द्वारा आहरण किए हुए पैसों को खुद के पास रख लिया। उन्हें कोई काम नहीं दिया गया। महिलाओं ने कलेक्टर शिवपुरी को इस मामले की शिकायत दर्ज कराई है। कलेक्टर शिवपुरी ने उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
5 साल से नहीं दिया कोई काम
ग्राम मुडैनी से आई सीएलएफ सा की कोषाध्यक्ष ममता बघेल का आरोप है कि विकासखंड प्रबंधक मनोज जादौन उसके फर्जी हस्ताक्षर कर पैसे आहरण कर लेते हैं। इसके अलावा महिलाओं है का यह भी आरोप है कि तीस गांव की क महिलाओं में से सिर्फ दो चार की मीटिंग सं बुलाकर प्रस्ताव तैयार करवा लेते हैं। पैसा आहरण कर पूरा पैसा डकार जाते हैं। किसी भी महिला को पिछले पांच से कोई काम नहीं दिया गया है।
महिलाओं की मदद नहीं कर सकी सीएम हेल्पलाइन
महिलाओं ने फर्जी तरीके से पैसों का आहरण करने सहित उनके फर्जी हस्ताक्षर करने की शिकायत कई बार सीएम हेल्पलाइन पर दर्ज करवा दी गई है, परंतु इन महिलाओं के मामले में सीएम हेल्प लाइन भी हेल्पलेस नजर आ रही है। मामले में करीब दर्जन भर बार शिकायत दर्ज कराने के बावजूद महिलाओं को न्याय नहीं मिल सका है।
यह दिया गया है नोटिस
मनोज जादौन राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन विकासखण्ड नरवर
नोटिस देकर आपको सूचित किया जाता है कि माननीय अध्यक्ष महोदया जनपद पंचायत नरवर द्वारा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन विकासखंड नरवर से गणवेश राशि संबंधी जानकारी चाही गई है इस संबंध में आपको कार्यालयीन पत्र कमांक 1349 नरवर दिनांक 23.10.2023, 1411 दिनांक 06.11.2023, 1723 दिनांक 27.12.2023 एवं 1920 दिनांक 10.01.2024 से आपको जानकारी प्रदाय करने हेतु लेख किया गया था
किन्तु आपके द्वारा आज दिनांक तक चाही गई जानकारी कार्यालय को उपलब्ध नही करायी गई है। उक्त समय अवधि को करीब 7 माह से भी अधिक समय व्यतीत हो चुका है जिसके कारण अध्यक्ष महोदया द्वारा भारी अप्रसन्नता व्यक्त की जा रही है। आपको ग्राम पंचायत नरौआ मे समूह मे निकाली गई अवैध राशि की सीएम हेल्पलाइन शिकायत का निराकरण नहीं किया गया जिसके संबंध मे आपको कार्यालयीन कारण बताओ सूचना पत्र क्रमांक 2736 दिनांक 21.03.2024 एवं 539 दिनांक 04.06.2024 जारी किया गया है।
उक्त नोटिस का आपके द्वारा पालन किया गया तथा शिकायते आज दिनांक तक लंबित होने से जनपद पंचायत नरवर की ग्रेडिंग भी प्रभावित हुई है। ग्रामवासी करही द्वारा अध्यक्ष महोदया को आवेदन प्रस्तुत कर इस आशय की शिकायत की गई है कि आपके द्वारा संस्कार महिला सामुदायिक समिति करही की 02 महिलाओं को बुलाकर स्कूल गणवेश राशि के चेक पर हस्ताक्षर कराकर दिनांक 08.02.2024 को राशि 862950/- आठ लाख बासठ हजार नौ सौ पचास रु का आहरण कर लिया गया है।
दिनांक 13.05.2024 को सीएलएफ के 25 सदस्यों मे से 5 सदस्यों को बुलाकर सीएलएफ की बैठक कर ली गई सीएलएफ के सभी सदस्यों को नही बुलाया गया। दिनांक 22.05.2024 को राशि 243000/- दो लाख तैतालीस हजार रु स्कूल गणवेश के नाम से आहरण किये गये कुल राशि 1105950/- ग्यारह लाख पांच हजार नौ सौ पचास रु आहरण कर लिए गये जो नियम विरूद्ध है क्यो न आपके उक्त कृत्य के संबंध मे आपकी संविदा समाप्ति की कार्यवाही की जावे,?इन सभी सवालो के जबाब 12 जून तक देने थे लेकिन मनोज जादौन ने किसी भी प्रकार का जवाब देना उचित नहीं समझा।