शिवपुरी। नगर पालिका के अकाउंटेंट द्वारा पैसे लेने का एक वीडियो नगरपालिका की नेता प्रतिपक्ष और महिला पार्षद ने सोशल मीडिया पर जारी किया है। वीडियो के साथ नेता प्रतिपक्ष ने अकाउंटेंट पर रिश्वत लेने के आरोप लगाए हैं। उन्होंने नगरपालिका सीएमओ को भी रिश्वत के खेल में शामिल बताया। वहीं अकाउंटेंट ने इसे सामान्य लेनदेन बताया है।
यह लिखा नेता प्रतिपक्ष ने
नगर पालिका की नेता प्रतिपक्ष शशी शर्मा ने अपने फेसबुक अकाउंट पर वीडियो जारी कर लिखा कि....भाजपा के शासन काल में नगर पालिका शिवपुरी में कमीशन का खेल दम से जारी है नगर पालिका शिवपुरी में सभी के कमीशन फिक्स है वीडियो में साफ जाहिर है कमीशन का खेल किस तरह से अकाउंटेंट, अकाउंटेंट से सीएमओ तक जारी है इस खेल में नगर पालिका के हिस्से फिक्स है नगर पालिका एक कमीशन खोरी का अड्डा बन चुका है भ्रष्टाचार का अड्डा बन चुका है।
एक लिफाफा आपका, दूसरा सीएमओ का
बताया जा रहा है कि वायरल 15 से 20 दिन पुराना बताया गया है। वीडियो में नगर पालिका के अकाउंटेंट राघवेंद्र श्रीवास्तव लिफाफे में रखे पैसे लेते हुए दिखाई दे रहे हैं। एक लिफाफा अकाउंटेंट खोल कर चेक कर रख लेते हैं। जब दूसरा लिफाफा वह हाथ में लेते हैं। तभी एक व्यक्ति उन्हें
लिफाफे से दो 500 के नोटों की गड्डी निकालकर रुपयों को गिन लेने की कहता हुआ दिखाई दे रहा है। इसके बाद अकाउंटेंट वीडियो में यह भी कह रहें है कि जैसा आता है वैसा जाता है। अकाउंटेंट और अज्ञात व्यक्ति के बीच लेनदेन का वीडियो पास में बैठा अज्ञात व्यक्ति बना लेता है।
बताया गया है कि यह राशि बिजली के ठेकेदार द्वारा 28 लाख के भुगतान के एवज में दी थी। बताया गया है पहला दिया हुआ लिफाफा अकाउंटेड के नाम 13 हजार का था। वहीं दूसरे लिफाफा सीएमओ के नाम 83 हजार का था। वीडियो लिफाफा देता व्यक्ति यह लिफाफा आपका और दूसरा लिफाफा सीएमओ का कहते हुए सुनाई भी दे रहा हैं।
चरम पर है नपा में भ्रष्टाचार और कमीशनखोरी- नेता प्रतिपक्ष
नेता प्रतिपक्ष शशि शर्मा का कहना है कि नगर पालिका में भ्रष्टाचार और कमीशनखोरी चरम पर हैं। उनके पास यह वीडियो आया था। वह नगर पालिका में चल रहे भ्रष्टाचार को एक्सपोज करना चाहती हैं इसके लिए उनके द्वारा यह वीडियो डाला गया है। हालांकि नगर पालिका में भ्रष्टाचार और कमीशनखोरी का खेल रुक नहीं सकता फिर भी वह आगामी परिषद की बैठक में वह इस सवाल को उठाएगी और जवाब मांगेगी।
हो सकता है हित पूरा नहीं हुआ हो- अकाउंटेंट
इस मामले में नगर पालिका के अकाउंटेंट राघवेंद्र श्रीवास्तव का कहना है कि उन्हें पता नहीं है कि यह वीडियो कब का हैं लेकिन यह वीडियो उनके घर का है। अगर किसी ने रिश्वत दी है तो रिश्वत देने वाला भी सामने आना चाहिए कि उसने किस बात की रिश्वत दी है। यह बात उनके द्वारा नेता प्रतिपक्ष की पोस्ट पर कमेंट कर रखी थी। लेकिन उनके द्वारा कमेंट्स डिलीट कर दिए गए।
अकाउंटेंट राघवेंद्र श्रीवास्तव ने कहा है कि नगर पालिका में बहुत से लोग उल्टे-सीधे काम करते हैं। हो सकता है कि नेता प्रतिपक्ष का उनकी वजह से कोई हित पूरा नहीं हो पाया हो इसके चलते उनके तरफ से वीडियो बदनाम करने के लिए सोशल मीडिया पर डाल दिए गए।
सीएमओ पर भी आरोप
नेता प्रतिपक्ष ने नपा सीएमओ केशव सगर तक भी रिश्वत पहुंचने के आरोप लगाए हैं। वायरल वीडियो में भी सीएमओ नाम का उल्लेख किया गया है। इस मामले सीएमओ केशव सगर का कहना है कि उन्होंने अभी वीडियो नहीं देखा है। ऐसे अगर वीडियो में लेनदेन अकाउंटेंट द्वारा किया जा रहा है तो वह लेनदेन की जांच कराएंगे। जांच के बाद कार्यवाही की जाएगी।