नरेन्द्र जैन खनियाधाना। शिवपुरी जिले की खनियाधाना नगर पंचायत मे निवास करने वाली लगभग 10 हजार की आबादी इस समय गंदा पानी पीने को मजबूर है। बताया जा रहा है कि पानी की टंकी का पिछले 15 दिनो से गंदा पानी आ रहा है,इस कारण आज सैकड़ों लोग बोतल मे पानी भरकर खनियाधाना तहसीलदार के पास शिकायत लेकर पहुंचे। लोगों का कहना था कि यह पानी पीने तो छोडो पोछा लगाने के यूज में नहीं आ रहा है।
खनियाधाना नगर में 5 लाख लीटर की क्षमता और 2 लाख लीटर की पानी की क्षमता वाले 2 ओवरहेड टैंक है इन आवरहैंड टैंको से नगर की लगभग 10 हजार आबादी को पेयजल पहुंचता है। खनियाधाना नगर में पिछले 15 दिनो से गंदा पानी नलों से आ रहा है इस कारण लोग इस पानी को यूज नहीं कर पा रहे है। लोगो को कहना है कि इस पानी को पीने की छोड़ दे यह पोछा लगाने के काम भी नहीं आ रहा है। इसमें से बदबू आती है लोगों का कहना था कि अगर यह पानी आता रहा तो लोग बीमार होना शुरू हो जाएंगे तत्काल इस पानी को रोका जाए।
खनियाधाना नगर में रहने वाले कुलदीप सिंह चौहान पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष ने बताया कि खनियाधाना में पीने का पानी बुधना नदी पर बनाया गया बंधन डैम से आता है। बुधना डेम से यह पानी खनियाधाना नगर के फिल्टर प्लांट से आता है उसको वहां संशोधित कर ओवरहेड टैंक में भेजा जाता है,उसके बाद यह हमारे घरों में आता है।
चौहान ने बताया कि जब बुधना डेम का निर्माण किया था और इसका पानी खनियाधाना नगर के पीने के लिए भेजना की योजना पर काम हुआ तो डेम में लगभग 1 हजार सिंध की रेत डाली गई थी जिससे यह पानी डेम में ही फिल्टर हो जाए। और यह रेत 1993 में इस डेम मे डाली गई थी।
लेकिन पिछले चार माह से यहां के रेत माफियाओं ने इस बुधना डैम पर रेत का अवैध उत्खनन शुरू कर दिया जिससे इस डेम में सेंड खत्म हो गई अब मिट्टी मिट्टी बची है इस कारण ऐसा पानी हमारे नलों में आ रहा है।
ताकतवर नहीं है फिल्टर प्लांट,ऊपर से भ्रष्टाचार
पूर्व जिला पंचायत चौहान का कहना है कि खनियाधाना का पानी का फिल्टर प्लांट इतना ताकतवर नही है कि वह इस मिट्टी युक्त पानी को संशोधित कर सके। वही नगर पालिका का भ्रष्टाचार भी इसे संशोधित नही होने देता है। भ्रष्टाचार और माफियाओं के कारण ही अब नगर की आबादी गंदा पानी पीने को मजबूर है।
कलेक्टर के नाम तहसीलदार को सौंपा यह ज्ञापन
विगत सप्ताह से गांधी चौक, पुरानी नगर पालिका चौराहा हिन्द गली, पुराना बाजार व्यापारी मोहल्ला आदि में निवासरत नागरिकों को नलों से दूषित गंदा पानी का वितरण आपके नल जल विभाग द्वारा किया जा रहा है।
यह उपक्रम विगत माह से चल रहा है। पानी पीने योग्य तो क्या नहाने और घरों का पोछा लगाने लायक भी नहीं है। दूषित पानी से जहां नागरिक परेशान है पानी के लिए भटकते फिर रहे है। वही गन्दे पानी से बीमारी फैल सकती है।
श्रीमान जी से निवेदन है कि समस्या को गंभीरता से लेकर शुद्ध जल का वितरण कराए एवं वितरित जल की जांच कराएं। यदि उचित कार्यवाही नहीं हुई तो नगरजन उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे जिसकी पूरी जिम्मेदारी शासन की रहेगी।