शिवपुरी। जिला मुख्यालय शिवपुरी को कोटा-झांसी फोरलेन हाईवे से जोड़ने वाली 12.50 किमी की झांसी लिंक रोड नहीं बनने से बरसात में हालात बद से बदतर हो गए हैं। शिवपुरी नेशनल पार्क सीमा के 7 किमी हिस्से में पार्क अफसर 7 महीने से सड़क नहीं बनने दे रहे हैं। 3 किमी में चौड़ाई बढ़ाकर 10 मीटर चौड़ी सड़क बनने पर पार्क अफसरों ने नियमों का हवाला देकर काम रुकवा दिया।
आवेदन के बाद भी स्वीकृति नहीं मिली तो हार मानकर लोक निर्माण विभाग ने रिवाइन एस्टीमेट में 3 मीटर चौड़ाई घटा दी है। पहले की तरह अब 7 मीटर चौड़ाई ही प्रस्तावित कर दी है। नेशनल पार्क अफसरों को आवेदन भी दे दिया है, फिर भी काम शुरू होने में देरी हो रही है।
झांसी लिंक रोड का हवाई पट्टी के पास से लेकर कोटा गांव के रास्ते तक 7 किमी हिस्सा नेशनल पार्क सीमा से होकर निकला है। सालों पुरानी सड़क पांच साल से बदहाल पड़ी है। बमुश्किल सड़क मंजूर हुई तो 7 महीने से नेशनल पार्क अफसर काम रुकवाकर बैठे हैं। अब बरसात में सड़क पूरी तरह गड्ढों में तब्दील हो गई है। वाहन चालकों को पानी से भरे गड्डों की गहराई का अंदाजा लगाना मुश्किल हो रहा है। बदहाल सड़क के लिए जनता, पार्क अफसरों के साथ पीडब्ल्यूडी, जनप्रतिनिधियों सहित केंद्र व प्रदेश सरकार को कोस रही है। अफसर नियमों की आड़ में विकास का काम रुकवाकर जनता की भावनाएं बुरी तरह आहत कर रहे हैं
पीतांबरा पीठ दतिया जाने वाले श्रद्धालु भी परेशान
शिवपुरी शहर से हर शनिवार को पीतांबरा पीठ दतिया दर्शन करने 1 हजार से ज्यादा श्रद्धालु जाते हैं। गड्ढों में गायब इस बदहाल सड़क को कार से पार करने में 40 से 50 मिनट लगते हैं। वाहन चालक जोखिम उठाकर सड़क पार कर रहे हैं। हर मंगलवार बांकड़े हनुमान मंदिर जाने वाले हजारों श्रद्धालु भी परेशान हो रहे हैं।
दूसरा वैकल्पिक मार्ग भी नहीं, इसलिए इसी सड़क से निकलना लोगों की मजबूरी
दो लोकसभा सीट गुना और ग्वालियर की तीन विधानसभाएं करैरा, पिछोर व शिवपुरी के लोगों के लिए शिवपुरी शहर आने-जाने यही एकमात्र मार्ग है। दूसरा वैकल्पिक मार्ग से जाते हैं तो 35 किमी का अतिरिक्त फेरा लगाना पड़ता है, जिससे ईंधन ज्यादा खर्च हो जाता है। यह सड़क लाखों लोगों के लिए पीड़ादायक बनी है। पर्यटन बढ़ाने नेशनल पार्क में तीन टाइगर लाए जा चुके हैं और दो पार्क लाना प्रस्तावित है। लेकिन खजुराहो, झांसी से आने वाले सैलानी हों या शहर से पार्क जोन वाले पर्यटक, सभी बदहाल सड़क से प्रभावित हैं।
लोगों की भावनाएं आहत अब सड़क की चौड़ाई 7 मीटर ही रखेंगे
रिवाइज एस्टीमेट बनाकर नेशनल पार्क ऑफिस में आवेदन दिया है। 7 किमी हिस्से में अब सड़क की चौड़ाई 7 मीटर ही रखेंगे। 4-5 दिन पहले आवेदन दे चुके हैं, फिर भी कोई जवाब नहीं आया है। इस सड़क से अक्सर मैं भी निकलता हूं, जनता की पीड़ा भली भांति समझ सकता हूं। - धर्मेंद्र सिंह यादव, कार्यपालन यंत्री, लोक निर्माण विभाग जिला शिवपुरी
प्रस्ताव भोपाल हेडक्वार्टर जाएगा
प्रस्ताव भोपाल हेडक्वार्टर जाएगा, वहीं से परमिशन जारी होगी। नेशनल पार्क, टाइगर रिजर्व में भारत सरकार से जारी नियम लागू होते हैं। डेवलपमेंट प्रोजेक्ट के लिए एक्ट और गाइडलाइन का पालन करना जरूरी है। रोड, इलेक्ट्रिसिटी, पाइप लाइन, माइनिंग, मोबाइल टॉवर आदि सभी प्रोजेक्ट्स के लिए एनओसी के लिए फॉरेस्ट कंजर्वेशन एक्ट 1980 के तहत प्रक्रिया बनाई गई है। , डिप्टी डायरेक्टर, माधव नेशनल पार्क शिवपुरी
कैबिनेट बैठक में मुद्दा रखा है
नेशनल पार्क शिवपुरी की वजह से सड़क निर्माण कार्य रुका है, इसकी पूरी जानकारी है। कैबिनेट बैठक में यह मुद्दा रखा है। प्रयास कर रहे हैं कि सड़क निर्माण के लिए जल्द स्वीकृति मिल जाए, जिससे लोगों को सड़क सुविधा का लाभ मिल सके। नागर सिंह चौहान, वन मंत्री, वन विभाग मप्र शासन