शिवपुरी। शिवपुरी जिले के सतनवाडा में स्थित सनराइज कॉलेज में डीएलएड के एडमिशन के नाम पर 100 स्टूडेंट्स के साथ 40 लाख रुपए की धोखाधड़ी का मामला प्रकाश में आया है। यह मामला जब ओपन हुआ जब एडमिशन की फीस दे चुके बच्चे डीएलएड का पेपर देने पहुंचे तो पता चला कि उनका एडमिशन इस कॉलेज में हुआ ही नहीं है। कॉलेज संचालक के अनुसार बच्चों के साथ धोखाधड़ी हुई है। जिस व्यक्ति ने पैसा लिया है वह कर्मचारी पुराना था और उसको कॉलेज से निकाल दिया गया है,वही सूत्रों का कहना है कि जिस कर्मचारी ने स्टूडेंस के साथ यह धोखाधड़ी की है वह कॉलेज संचालक का छोटा भाई है।
वही इस मामले में जो सबसे बडी बात निकलकर सामने आ रही है कि कॉलेज के जिस कर्मचारी ने अपने आप को डायरेक्ट बताते हुए स्टूडेंट से पैसा लिया है वह कॉलेज के अधिकृत रूप से सिटी ऑफिस फिजिकल पर लगे बोर्ड पर उसका नाम और नंबर अंकित था,वही कॉलेज के डायरेक्टर का कहना है कि इस कर्मचारी को 2019 से नौकरी से निकाल दिया गया है,अगर कॉलेज के संचालक की बात पर यकीन करे तो सवाल बनता है कि कैसे इस कर्मचारी का मोबाइली नंबर ओर नाम कॉलेज के अधिकृत सिटी आफिस पर नाम और मोबाइल नंबर अंकित था,अगर कॉलेज के सिटी ऑफिस पर इस कर्मचारी का नाम और नंबर नहीं होता तो यह फ्रॉड भी नही होता।
एक डीएलएड का कॉलेज संचालन करने वाले डारेक्टर इतनी बडी गलती कर गए कि उनके ऑफिस में 2019 में फ्रॉड कर गए कर्मचारी का मोबाइल और उसका नाम कॉलेज के अधिकृत बोर्ड पर था सवाल बनता है कि कॉलेज के डायरेक्टर पिछले 5 साल से सिटी ऑफिस नहीं गए।
इस मामले में स्टूडेंट सोनू सेन निवासी कस्बा थाना राजस्थान ने बताया कि शिवपुरी के सतनवाड़ा रोड पर सनराइज कॉलेज स्थित हैं जिसका ऑफिस कॉलेज सिटी ऑफिस के नाम से शिवपुरी के फिजिकल थाने के पास स्थित हैं। जिसके संचालक अंकुर गुप्ता और वीरेन्द्र गुप्ता हैं। अंकुर गुप्ता और वीरेन्द्र गुप्ता ने हमारे साथ जालसाजी एवं फर्जीवाड़ा कर डीएलएड प्रथम वर्ष में एडमिशन के नाम पर किसी स्टूडेंट से 20 तो किसी से 30 हजार रुपये लेकर फीस जमा करवाई। और हमें फर्जी रसीद थमा दी।
आज शुक्रवार 12 जुलाई को हमारा 2 बजे से 5 बजे तक पेपर था, लेकिन प्रवेश पत्र अभी तक जारी नहीं हुआ। जिसके बाद हमें सिटी आफिस और सनराइज कॉलेज गये तो कॉलेज व आफिस दोनों ही हमें बंद मिले। तथा अंकुर गुप्ता और वीरेंद्र जाटव का फोन बंद आ रहा हैं। जब हम सनराइज कॉलेज सतनवाड़ा गये तो वहां के डायरेक्टर अमित गुप्ता से पूछा की यहां अंकुर गुप्ता कहां हैं तो उन्होंने बोला की कौन अंकुर गुप्ता यहां कोई भी अंकुर गुप्ता नाम का व्यक्ति नहीं हैं।
जिसके बाद वीरेन्द्र जाटव से बात हुई तो उसने बोला कि अंकुर गुप्ता को तो 8 दिन पहले ही आफिस से निकाल दिया हैं जब कि सिटी आफिस पर अंकुर गुप्ता का नाम और मोबाइल अंकित है। जिसके बाद मिलन मोबाइल की दुकान पर एक रंजीत गुप्ता नाम का व्यक्ति काम करता हैं जो कि अंकुर गुप्ता को अच्छी तरह से जानता है और वह उसका फैमली मेंबर भी है।
रंजीत गुप्ता को भी हमने फीस जमा की हैं, लेकिन जब पेपर देने के लिए हमने एडमिट कार्ड की कहा तो बोले की अंकुर सर से लेना। जिनका कुछ पता नहीं है। जब हम सिटी आफिस गये तो वहां पर कहा गया कि नये बच्चों को यहां कोई रिकॉर्ड नहीं हैं।
जिसके बाद हम सीधे शिवपुरी के फिजिकल थाने पहुंचे जहां पर हमने पुलिस को पूरी बात बताई और अंकुर व उसके साथियों पर मामला दर्ज कर उनको गिरफ्तार करने की मांग की, अगर हम स्टूडेंटों की थाने पर कोई सुनवाई नहीं होती हैं तो हम कलेक्टर और एसपी सर के पास जायेंगे। क्योंकि हमारे भविष्य के साथ खिलवाड़ किया गया हैं और हम स्टूडेंट्स से राशि वसूली की गई हैं इसलिए हम अंकुर व उसके साथियों पर कार्यवाही चाहते हैं।
इस मामले मे कॉलेज के डायरेक्टर अमित पहारिया से बात की तो अकुंर ने बताया कि वह उसका पुराना कर्मचारी है,उसने 2019 में हमारे कॉलेज में फ्रॉड कर दिया था उसे निकाल दिया गया है। अमित गुप्ता से पूछा गया कि फिर कैसे 2019 से 2024 तक उसका नाम और नंबर कॉलेज के बोर्ड पर अंकित था इसे वह अपनी गलती मान रहे है और कहा इस ओर ध्यान नहीं दिया था। अमित पहारिया का कहना था कि इस मामले को लेकर हमने भी पुलिस में शिकायत की है।
सवाल यह खडे है
क्या एक कॉलेज का डायरेक्टर इतनी बडी गलती कर सकता है कि उसके द्वारा जिस कर्मचारी ने फ्रॉड किया हो उसका नंबर सिटी ऑफिस के बोर्ड पर पिछले 5 साल से लिखा है और उसे देखा नहीं गया,क्या कॉलेज का डारेक्टर अमित पहारिया पांच साल से अपने ऑफिस नहीं आए। वही बताया जा रहा है कि अंकुर गुप्ता कॉलेज संचालक अमित पहारिया का छोटा भाई है,प्रशासन को अब इस कॉलेज की मानकों भी जांच करनी चाहिए, क्यो की डीएलएड के एडमिशन में नियमित क्लास नहीं लगती क्या,इन बच्चों से यही कहा होगा की एडमिशन ले लो सीधे पेपर देने आ जाना।
इनका कहना है
आज बच्चे आए थे,अभी आवेदन नहीं दिया है वही इस मामले को लेकर कॉलेज संचालक को फोन लगाया था वह मंगलवार को शिवपुरी आएंगे,बच्चो को मंगलवार को बुलाया है जो भी नियमानुसार कार्रवाई होगी वह करेगें।
रजनी चौहान,टीआई फिजिकल थाना शिवपुरी