शिवपुरी। शिवपुरी जिले के सरकारी स्कूलों में कार्यरत प्राथमिक शिक्षकों को 12 वर्ष एवं 24 वर्ष की क्रमोन्नति का लाभ देने के लिए डीपीसी कमेटी के परीक्षण व अनुमोदन उपरांत आदेश जारी करने का सिलसिला लगातार जारी है। सोमवार को जिला शिक्षा अधिकारी समर सिंह राठौड़ ने जिले के कई संकुल केंद्रों में कार्यरत शिक्षकों के क्रमोन्नति आदेश की बम्पर सूची जारी की है, जिसमें प्राथमिक शिक्षकों के साथ-साथ कुछ माध्यमिक शिक्षक भी शामिल हैं।
भारी भरकम अमले वाले शिक्षा विभाग में सैकड़ों शिक्षकों को इस क्रमोन्नति का लाभ मिलना है। पिछले कई दिनों से जिला शिक्षा अधिकारी के निर्देशन में डीपीसी कमेटी सहित डीईओ कार्यालय का अमला देर शाम तक इन शिक्षकों को संकुलों से प्राप्त जानकारी का परीक्षण व सत्यापन करने में जुटा हुआ है। सोमवार की शाम पांच सैकड़ा से अधिक शिक्षकों के लिए क्रमोन्नति के आदेश के रूप में खुशी लेकर आया। अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही अपेक्षित जानकारी व परीक्षण के उपरांत शेष शिक्षकों के भी आदेश जारी कर दिए जाएंगे।
किसे कितना मिलेगा लाभ
दरअसल पदोन्नति के अभाव में का शिक्षकों को निर्धारित कार्यकाल पूर्ण करने पर क्रमोन्नत वेतनमान दिए जाने का प्रावधान है। इस पूरी कवायद के बाद 24 वर्षीय द्वितीय क्रमोन्नति हासिल करने वाले प्राथमिक शिक्षकों को अब 9300-34800 सहित ग्रेड वेतन 3600 की स्वीकृति प्रदान की गई है। वहीं 12 वर्षीय प्रथम क्रमोन्नति की पात्रता के बाद प्राथमिक शिक्षकों का वेतन बैंड 9300-34800 सहित ग्रेड वेतन 3200 हो जाएगा। कुल मिलाकर इन शिक्षकों की मासिक पगार में अब हर महीने करीब 2 से 4 हजार रुपये का इजाफा होगा। इनमें से कई शिक्षकों को यह लाभ 2018 से ही मिलना था, लेकिन राज्य शिक्षा सेवा के गठन के बाद क्रमोन्नति को लेकर दिशा निर्देश न होने से यह लंबे समय से लंबित था, ऐसे में 2006 के इन शिक्षकों को करीब 6 साल का एरियर भी मिलेगा, हालांकि एरियर का भुगतान स्थानीय सर्मपरीक्षा कार्यालय ग्वालियर अथवा संयुक्त संचालक कोष लेखा से वेतन निर्धारण के अनुमोदन के बाद होगा।
225 शिक्षकों की अधूरी जानकारी
क्रमोन्नति के इस मामले में महीनों पहले संकुल केंद्रों से पात्र शिक्षकों की जानकारी विधिवत फॉर्मेट अपेक्षित आदेशों के साथ तलब की गई थी, लेकिन संकुलों की लापरवाही जारी रही और प्राप्त प्रस्तावों में से सैकड़ों में कई खामियां सामने आई है, जिसके चलते डीपीसी कमेटी में इन त्रुटि पूर्ण प्रस्तावों का अनुमोदन नहीं किया और सही जानकारी के साथ प्रस्ताव मंगवाए है।
इधर पूरे मामले को लेकर डीईओ ने जहां बीते रोज कन्या उमावि नरवर व इंदार संकुल को नोटिस जारी किए थे तो वहीं सोमवार को कन्या उमावि खनियाधाना को भी नोटिस जारी किया गया है, जिसमें क्रमोन्नति की फाइलों में अभिलेख में आदेश की छायाप्रति अपठनीय होने, सीआर फार्म में मतांकन नहीं होने या हस्ताक्षर न होने जैसी कमियों का उल्लेख करते हुए फाइल लौटा कर तत्काल संसोधित जानकारी तलब की है।
डीईओ ने यह भी उल्लेख किया है कि संकुल स्तर से अपेक्षित परीक्षण किए बिना फाइलें भेज दी गई जिससे कई प्रकरणों में कमियां सामने आई है। सोमवार को अपेक्षित जानकारी के अभाव में 12 वीं कमोन्नति के 170 व 24 वर्षीय क्रमोन्नति के 55 शिक्षक आपत्ति की श्रेणी में आए है।
कहां कितने शिक्षकों के आदेश हुए जारी
सोमवार को जारी आदेशों की बात करें त 12 व 24 वर्षीय क्रमोन्नति का लाभ किन संकुलों में कितने शिक्षकों को मिला है उसमे क्रमशः सिरसौद में 15 व 9, करही में 12 व 23. कन्या उमावि कोलारस में 38 4 51. उमावि खरई तेंदुआ में 124 41, उमावि भटनाव में 17 व 13. उमावि बैराड़ में 28 व 41, उमावि कमांक-2 में 39 45. कन्या उमावि कोर्ट रोड में 31 व कन्या उमावि कोर्ट रोड में 35 व 35 व मुहारी में 31 शिक्षको को 12 वर्षीय क्रमोन्नति का लाभ मिला है। जबकि उमावि क्रमांक-1 में फिलहाल 24 वर्षीय क्रमोन्नति में एक, भौती में 30. पोहरी में 10 सेवढ़ा में 18 को लाभ मिला है।
इनका कहना है
पात्र शिक्षकों के क्रमोन्नति आदेश लगातार डीपीसी कमेटी के परीक्षण व अनुमोदन उपरांत जारी किए जा रहे है सोमवार को भी पांच सौ से अधिक शिक्षकों के आदेश जारी हुए है। जिन शिक्षकों के प्रस्तावों में कमियां पाई गई है। उन्हें संशोधन के लिए संकुल को लौटा दिए है।
समर सिंह राठौड़, डीईओ शिवपुरी।