शिवपुरी। शिवपुरी सिटी कोतवाली सीमा में बीते 13 जुलाई को भोपाल इंटरसिटी ट्रेन से कटकर एक युवक की मौत हो गई थी। युवक की शिनाख्त नही होने के कारण युवक का शव मुक्तिधाम के पास दफना दिया गया था,लेकिन अब युवक के परिजन उसकी तलाश करते हुए पुलिस के पास पहुंचे,पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और 7 दिन पूर्व मिले युवक के शव को निकाला गया और उसे परिजनों को सौंप दिया।
जैसा कि विदित है कि 13 जुलाई को सुबह 8 बजे ग्वालियर-भोपाल इंटर सिटी ट्रेन से टकराने युवक की मौत हो गई थी यह घटना शिवपुरी रेलवे स्टेशन से करीब 1 किलोमीटर दूर ग्वालियर की ओर घटित हुई। ट्रेन से युवक टकराने के बाद करीब आधा घंटा ट्रेन को रुकना पड़ा था। युवक के पास ऐसी कोई दास्तावेज नही मिले जिससे उसकी पहचान हो सके। ऐसे में फोटो को सभी थानों में सर्कुलेट की और सार्वजनिक की गई। अगले दिन पोस्टमार्टम के बाद शव को दफना दिया गया।
सोमवार शाम कुछ लोग फिजिकल थाने पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि 13 जुलाई को जिस युवक की ट्रेन से कटकर मौत हुई थी, वह हमारा बच्चा है। उसका नाम गुन्नू पुत्र राजा कुरैशी (20) निवासी सईसपुरा है। गुन्नू मूक बधिर था।
गुन्नू 18 जून को भी घर से कहीं चला गया था, लेकिन बाद में वापस आ गया था। गुन्नू 12 जुलाई को फिर से वह लापता हो गया था। 13 जुलाई की उसकी ट्रेन से कटकर मौत हो गई। परिजनों ने गुन्नू की लापता होने की शिकायत फिजिकल थाने में दर्ज कराई थी
परिजनों ने पुलिस को बताया- गुन्नू की भतीजी मोबाइल पर कुछ सर्च कर रही थी, इसी दौरान गुन्नू की बॉडी उसे दिखी। उसने कपड़ों से उसकी पहचान की। गुन्नू का पता चलने के बाद हम कोटवाली थाने पहुंचे। जहां फोटो से गुन्नू की पहचान हुई।
पहचान के बाद तहसीलदार, पुलिस अमले के साथ मौके पर पहुंचे और मुक्तिधाम के पास दफनाए शव को सोमवार शाम 6 बजे बाहर निकाल कर परिजनों के सुपुर्द किया गया। परिजनों ने 3 घंटे बाद रात 9 बजे रीति-रिवाज के साथ कब्रिस्तान में उसे सुपुर्दे खाक कर दिया। प्रारंभिक पड़ताल में सामने आया है कि गुन्नू को सुनने और बोलने में दिक्क्त थी, संभवत: इसी कारण वह ट्रेन की आवाज सुन नहीं पाया होगा।