शिवपुरी। नगर पालिका में भुगतान के बदले चल रहे मिशन कमीशन की जांच पूरी हो चुकी है। जांच रिपोर्ट भी कलेक्टर तक पहुंच गई है। उल्लेखनीय है कि 2 जुलाई को नेता प्रतिपक्ष शशि शर्मा ने नगर पालिका के अकाउंटेंट राघवेंद्र श्रीवास्तव का एक रिश्वत लेते का एक वीडियो वायरल किया था। इस वीडियो में राघवेंद्र श्रीवास्तव भुगतान के बदले कमीशन लेते हुए नजर आ रहे थे।
उन्होंने कमीशन के रूप में दो लिफाफे लिए जिनमें एक लिफाफे में राघवेंद्र श्रीवास्तव के हिस्से के 14 हजार रुपये होना बताया गया था। वहीं दूसरी और एक अन्य लिफाफे में सीएमओ डा केएस सगर के 84 हजार रुपये होना बताया जा रहा था। भुगतान के बदले कमीशन के इस मामले ने तूल पकड़ा तो कलेक्टर रवीन्द्र कुमार चौधरी ने डिप्टी कलेक्टर उमेश कौरव से मामले की जांच करवाई।
जांच के दौरान वीडियो वायरल करने वाली नेता प्रतिपक्ष शशि शर्मा, पार्षद संजय उर्फ पप्पू गुप्ता, ठेकेदार गजेंद्र सेन व आशीष शर्मा के बयान दर्ज किए गए। बताया जा रहा है कि इस मामले में ठेकेदार गजेंद्र सेन ने डिप्टी कलेक्टर को बयान दर्ज कराए हैं कि उन्हें लगातार कमीशन के लिए प्रताड़ित किया जा रहा था। उनसे कहा जा रहा था कि अगर ज्यादा कमीशन नहीं दोगे तो आपका भुगतान नहीं हो पाएगा। इसी के चलते उन्होंने पार्षद पप्पू गुप्ता के माध्यम से कमीशन की यह राशि पहुंचाई थी ताकि वह कमीशन कुछ कम करवाने का प्रयास कर सकें।
जांच के दौरान यह तथ्य सामने आए है कि आरएमजी इलेक्ट्रिकल्स ने बोरवेल की मोटर सुधरवाने का ठेका लिया था। आरएमजी इलेक्ट्रिकल द्वज्ञरा जो मोटर सुधारी गई, उनका भुगतान 28 लाख रुपये का हुआ था। उक्त भुगतान के एवज में 3 प्रतिशत के मान से सीएमओ के कमीशन का भुगतान किया गया था, वहीं राघवेंद्र श्रीवास्तव को 1 प्रतिशत के हिसाब से 14 हजार रुपये का भुगतान किया गया था।
इनका कहना है
जांच पूरी हो चुकी है, जांच में संबंधितों के बयान लिए गए है। मैंने जांच रिपोर्ट कलेक्टर साहब को दे दी है। अब जांच के निष्कर्ष कलेक्टर साहब निकालेंगे। जांच में क्या पाया गया यह कलेक्टर साहब बता पाएंगे। - उमेश कौरव, डिप्टी कलेक्टर
नगर पालिका में कमीशन वाले मामले का जांच प्रतिवेदन मुझे प्राप्त हो गया है। मैं इस मामले में कार्रवाई के लिए प्रतिवेदन भोपाल भेज रहा हूं। - रवीन्द्र कुमार चौधरी, कलेक्टर शिवपुरी।