शिवपुरी। भारत सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों मे निवास करने वाले आदिवासी परिवार को पक्का मकान देने का वादा करते हुए पीए आवास योजना के तहत आवास मंजूर किए थे। इन आवासों की स्वीकृति में रिश्वत के मामले लगातार मिल रहे है। अभी शिवपुरी की जनपद पंचायत की खजूरी का मामला सुर्खियों से गायब नहीं हुआ था कि अब पोहरी जनपद पंचायत की एक पंचायत में रोजगार सहायक पर 30 लाख रुपए रिश्वत लेने का आरोप आज जनसुनवाई में ग्रामीणों ने लगाया है।
पोहरी जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत ऐसवाया में रहने वाले आदिवासी परिवार आज शिवपुरी कलेक्ट्रेट में शिकायत लेकर आए थे। आदिवासी लोगों का कहना था कि हमारे गांव में 200 कुटीर मंजूर हुई है,कुछ कुटीरो का निर्माण शुरू हो चुका है और कुछ कुटीर निर्माणाधीन है।
ग्रामीणों का कहना था कि पंचायत का रोजगार सहायक अखेह सिंह यादव प्रत्येक कुटीर के हितग्राही से निकालने के एवज में 15 हजार रुपए लिए है,रोजगार सहायक का कहना हे कि अगर पैसे नहीं दोगे तो तुम्हारी किस्त नहीं निकलेगी।
ऐसे ही रोजगार सहायक अखेह सिंह यादव ने 200 कुटीरों से 15-15 हजार रुपये लिए हैं। जिससे हमारे साथ नाइंसाफी हो रही हैं आवास कुटीर हमारे लिए आती हैं और रोजगार सहायक उनमें से 15 हजार रुपये रख लेता हैं इसकी शिकायत हम पहले भी कर चुके हैं,लेकिन हमारी कोई सुनवाई नहीं हो रही हैं।
इनका कहना हैं
यह मेरे खिलाफ षडयंत्र हैं, लोग मुझे फंसाने की कोशिश कर रहे हैं मैंने कुछ नहीं किया हैं ना ही किसी से रिश्वत ली हैं और ना ही किसी से रिश्वत की कहा हैं। अखेह सिंह यादव रोजगार सहायक ऐसवाया