SHIVPURI NEWS - ट्रैक्टर में भेड-बकरियों की तरह भरे हुए नजर आये 150 लोग, फोन में बनाई वीडियो

Bhopal Samachar

नरेन्द्र जैन खनियाधाना। खबर शिवपुरी जिले की खनियाधाना तहसील से मिल रही हैं जहां खनियाधाना के पुराने स्वास्थ्य केन्द्र के पास एक 150 लोगों से भरा ट्रैक्टर ओवर लोडिंग होकर जा रहा था। इस ट्रैक्टर पर प्रशासन की नजर ही नहीं पड़ी और वह ट्रैक्टर खनियाधाना के मार्केट आया और अपने गांव वापस भी लौट गया। इसके साथ ही यह टेक्टर ही एक मात्र ऐसा नहीं हैं जो ओवर लोडिंग दिखाई दिया। इसके साथ साथ लोडिंग वाहन भी ओवरलोडिंग नजर आया।

जानकारी के अनुसार खनियाधाना में इन दिनों आॅवर लोड और बिना परमिट बिना फिटनेस वाहन खुले आम दौड़ते नजर आ रहे है जो बड़े हादसे का इंतजार कर रहे है लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहे है प्रशासन भी ऐसे वाहनों पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है।

आज दोपहर खनियाधाना के पुराने स्वास्थ्य केन्द्र के पास एक ऐसा टेक्टर नजर आया जिसको देखकर आप भी सोचोगे की इनको भगवान ही बचाए, एक ऐसा ट्रैक्टर जो कि 150 से ज्यादा लोगों से ओवरलोड था। जिसमें खनियाधाना के आदिवासी लोग खनियाधाना के बाजार आये और अपने घर का सामान खरीदकर अपने घर वापस लौट गये। 

जिसे खनियाधाना की जनता ने देखा तो, पर रोकने की कोशिश नहीं की। बस की गई तो अपने फोनों में पिक्चर, वीडियो बनाई गई। ट्रैक्टर के चारों तरफ लोग बाग भेड़ बकरियों की तरह लटके हुए थे। मानों ऐसा लग रहा था कि यह लोग दूसरी दुनिया के हैं और एक दूसरे से चिपके हुए ही पैदा हुए हो।

इसके साथ ही ऐसे ही एक आॅटो आज खनियाधाना की रोड़ पर नजर आई उस आटो के ड्राइवर को देखकर ऐसा लग रहा था कि इसकी इतनी बड़ी कोन सी मजबूरी रही होगी जो यह अपनी सीट पर कम से कम 10 आदमी बिठालकर ले जा रहा था वहीं उसकी आटो के पीछे भी कई आदमी लटके हुए नजर आ रहे थे। जब बाहन इतने लोग दिख रहे हैं तो सोचा ओटो के अंदर कितने आदमी होंगे। लेकिन इन ओर प्रशासन का बिल्कुल भी ध्यान नहीं गया।
 
वहीं दो लोडिंग वाहन की भी यहीं स्थिति नजर आई लोडिंग वाहन में इतने लोग भरे हुए थे कि लोडिंग वाहन कभी भी पलट सकता हैं। इसके साथ ही एक बेन के ऊपर तक महिलाएं बेठी नजर आई, उनको अपने घर की चिंता नहीं हैं कि अगर मुझे कुछ हो गया तो मेरे परिवार का क्या होगा।

हालांकि यह तो रोज की बातें हैं लोग तो मानते नहीं हैं,लेकिन प्रशासन की तो जिम्मेदारी बनती हैं ऐसे लोगों को रोकने की उन्हें समझाने की और अगर ना समझे तो कार्यवाही करने की, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं होता हैं। और ऐसे ही हर रोज ऐसे ही लोडिंग वाहन निकलती रहती हैं और हादसे का शिकायत होती रहती हैं। जिनमें कई परिवार उजड जाते हैं।