शिवपुरी। शिवपुरी जिले का बिजली विभाग साल भर मेंटेनेंस नाम पर बिजली कटौती करता है,लेकिन मानसून आते है कि बिजली के खंभे में करंट दौड़ने लगता है जिसमें सबसे अधिक पशुधन की मौत होती है,वही लटकते हुए तार लोगों की जान ले लेते है।
बिजली के लटकते तारों के कारण एक 11 साल का बच्चा अपनी जिंदगी बचाने मेडिकल कॉलेज में लड रहा है। मामला बदरवास थाना सीमा के बडोखरा गांव का है जहां एक 11 साल का स्टूडेंट खेलते खेलते बिजली के तारो की चपेट में आ गया।
बड़ोखरा गांव के रहने बाले देशराज जाटव ने बताया कि उसका मकान गांव के जाटव मोहल्ले में आखरी में बना है। तीन साल पहले बिजली विभाग ने 33 केवीए की 300 मीटर लाइन को उसकी छत के कोने से गुजार दिया था। 33 केवीए लाइन की ऊंचाई छत से महज 4 फीट की रह गई थी। इस लाइन को दूर करवाने की कई शिकायतें बिजली विभाग में दर्ज कराई थी। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
मंगलवार शाम उसका 11 साल का इकलौता पंकज जाटव छत पर खेल रहा था। शाम के समय तेज हवा चल रही थी। इसी दौरान वह 33 केवीए लाइन में दौड़ते करंट की चपेट में आकर बुरी तरह झुलस गया था। पंकज को पहले बदरवास फिर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
उसकी गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने पंकज को मेडिकल कॉलेज के सर्जरी वार्ड में भर्ती कराया है। बेटे की हालत नाजुक बनी हुई है। आज एक बार फिर 33 केवी बिजली की लाइन हटवाए जाने की शिकायत कोलारस विधायक महेंद्र यादव और एसपी ऑफिस पहुंचकर दर्ज कराई।
रन्नौद गांव में 2 गायों की मौत
रन्नौद के सुखाराजापुर गांव में करंट लगने से हुई दो गायों की मौत
शिवपुरी जिले के रन्नौद थाना क्षेत्र के सुखाराजापुर गांव के खेत में चरते वक्त दो गायों की मौत खेत की तार फेंसिंग में फैले करंट की चपेट में आने से हो गई।
छावरा गांव के रहने बाले गाय पालक हीरालाल सिंह ने बिजली विभाग पर लापरवाही के आरोप लगाते हुए बताया कि उसकी गाय आज बुधवार को चरने के लिए गांव के बाहर निकली थी। इसी दौरान उसकी गाय पड़ोसी गांव सुखाराजापुर के एक खेत में पहुंच गई थी।
खेत से 11 केवीए बिजली की झूलती हुई लाइन गुजरी थी। जो खेत में लगी तार फेंसिंग से टकराई हुई थी। इसके चलते तार फेंसिंग में करंट फैला हुआ था। जिसके संपर्क में आने से उसकी दोनों गायों की मौत करंट लगने से हो गई। इस घटना में उसे करीब 40 हजार का नुकसान हुआ है।