करेरा। शिवपुरी जिले के अमोला थाना क्षेत्र के सिरसौद गांव में शुक्रवार दोपहर अपनी दुकान से लापता युवक का शव शनिवार को महुअर नदी में मिला। गुस्साए परिजनों ने सिरसौद-पिछोर मार्ग पर महुअर नदी के पुल पर जाम लगा दिया।
भाई का आरोप था कि उसे दुकान से सिरसौद गांव के रहने वाले दो युवक अपने साथ ले गए थे। इसके बाद उसके भाई की लाश मिली है। परिजनों ने हत्या की धारा में केस दर्ज करने की मांग को लेकर सुबह 11 बजे से सड़क को जाम कर दिया। काफी समझाइश के बाद परिजन दोपहर डेढ़ बजे जाम से हटने को राजी हुए।
दुल्हई गांव के रहने वाले दो भाई मनहरन उर्फ़ कल्ला सेन और रिंकू सेन की सिरसौद गांव में सैलून शॉप है। रिंकू सेन ने बताया कि शुक्रवार को साढ़े 11 बजे प्रमोद और धर्मेंद्र दुकान पर आए थे। वे मनहरन को अपने साथ ले गए थे। इसके बाद शाम फिर रात भर मनहरन का कोई सुराग नहीं लग सका। सुबह उसके भाई की लाश नदी में मिली।
अमोला पुलिस ने मनहरन की लाश नदी में मिलने के बाद मृतक के भाई द्वारा बताए गए प्रमोद और धर्मेंद्र को राउंडअप किया। पुलिस पूछताछ में सामने आया कि वे मनहरन को दुकान से पार्टी करने के लिए साथ ले गए थे। उनके साथ राहुल और अंगद भी थे। पांचों ने नदी के घाट पर शराब पार्टी की। इसके बाद सभी नदी में नहाने उतरे थे। इसके बाद फिर से शराब पी।
नशे के कारण उन्हें समझ नहीं आया कि मनहरन नदी में डूब गया। कुछ देर नदी के किनारे लेटने के बाद सभी अपने-अपने घर को निकल गए थे। इस दौरान मनहरन सेन की किसी ने सुध नहीं ली।
भाई का आरोप था कि उसे दुकान से सिरसौद गांव के रहने वाले दो युवक अपने साथ ले गए थे। इसके बाद उसके भाई की लाश मिली है। परिजनों ने हत्या की धारा में केस दर्ज करने की मांग को लेकर सुबह 11 बजे से सड़क को जाम कर दिया। काफी समझाइश के बाद परिजन दोपहर डेढ़ बजे जाम से हटने को राजी हुए।
दुल्हई गांव के रहने वाले दो भाई मनहरन उर्फ़ कल्ला सेन और रिंकू सेन की सिरसौद गांव में सैलून शॉप है। रिंकू सेन ने बताया कि शुक्रवार को साढ़े 11 बजे प्रमोद और धर्मेंद्र दुकान पर आए थे। वे मनहरन को अपने साथ ले गए थे। इसके बाद शाम फिर रात भर मनहरन का कोई सुराग नहीं लग सका। सुबह उसके भाई की लाश नदी में मिली।
अमोला पुलिस ने मनहरन की लाश नदी में मिलने के बाद मृतक के भाई द्वारा बताए गए प्रमोद और धर्मेंद्र को राउंडअप किया। पुलिस पूछताछ में सामने आया कि वे मनहरन को दुकान से पार्टी करने के लिए साथ ले गए थे। उनके साथ राहुल और अंगद भी थे। पांचों ने नदी के घाट पर शराब पार्टी की। इसके बाद सभी नदी में नहाने उतरे थे। इसके बाद फिर से शराब पी।
नशे के कारण उन्हें समझ नहीं आया कि मनहरन नदी में डूब गया। कुछ देर नदी के किनारे लेटने के बाद सभी अपने-अपने घर को निकल गए थे। इस दौरान मनहरन सेन की किसी ने सुध नहीं ली।