हम शिवपुरी के लोग, हमेशा इस बात पर प्राउड फील करते हैं कि हमारी शिवपुरी स्पेशल है, लेकिन यदि तेल दूसरे शहरों के डेवलपमेंट से तुलना करें तो बड़ा अजीब सा लगता है। कल पीएम श्री पर्यटन वायु सेवा के तहत भोपाल से एक हवाई जहाज ने उड़ान भरी और जबलपुर रीवा होते हुए सिंगरौली में लैंड हुआ। वहां हवाई जहाज उतर गया, हमारे यहां हवाई पट्टी भी नहीं बन पाई।
शिवपुरी में सिर्फ नेता ही पर्यटन पर आते हैं
70-80 के दशक में पत्थर की खदानों के कारण शिवपुरी मालामाल हुआ करता था। इसके बाद माधवराव सिंधिया नेशनल पार्क बचाने के लिए खदानों पर प्रतिबंध लगा दिए गए। बेरोजगार हुए लोग सड़कों पर उतरे तो उन्हें बताया गया कि, शिवपुरी में पर्यटन की बड़ी संभावना है। माधव नेशनल पार्क में देश-विदेश के पर्यटक आएंगे और शिवपुरी वालों को करोड़ों की कमाई होगी। खुदा गवाह है, मध्य प्रदेश में पर्यटकों की संख्या बढ़ी लेकिन शिवपुरी में घटती चली गई। अब यहां पर सिर्फ नेता ही पर्यटन पर आते हैं। 1 साल पहले तक तो हमारी विधायक भी यहां पर पर्यटक की तरह आया करती थीं। सुनाएं आजकल बीमार हैं, परंतु वोटर कार्ड पर जो एड्रेस लिखा है, वहां पर नहीं है। किसी अस्पताल में भी नहीं है। पावर खत्म तो शिवपुरी वालों से रिश्ता भी खत्म।
महाराज साहब आप बताइए, पर्यटन के लिए सिंगरौली इंपॉर्टेंट है या शिवपुरी
श्रीमंत महाराज साहब हमारे नेता हैं। पूरा शिवपुरी एक कतार लगाकर आपके पीछे खड़ा है। आप जो भी कहेंगे उसे हम सब सही मान लेंगे। आप बताइए, पर्यटन की दृष्टि से सिंगरौली इंपॉर्टेंट है या शिवपुरी।
- यहां पांडवों की बनाई गई 52 गंगा है।
- ताजमहल जैसी नक्काशी वाली संगमरमर की छतरी है।
- अपना चांदपाठा भोपाल की झील से कम है क्या।
- भदैया कुंड का गोमुख, जिसका पानी पीने से तलाक नहीं होता।
- नरवर का ऐतिहासिक किला।
- बांधवगढ़ से ज्यादा घना माधव नेशनल पार्क।
- सलकनपुर जैसी प्राचीन राजराजेश्वरी माता।
- जीवन में सभी प्रकार की सफलता देने वाला हजारों साल पर प्राचीन श्री सिद्धेश्वर शिवलिंग।
और भी बहुत कुछ है। बताइए सिंगरौली में ऐसा क्या है, जो पीएम श्री पर्यटन वायु सेवा का शुभारंभ किया गया। हम दृढ़ विश्वास के साथ यह मानते हैं कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी, आपको विशेष सम्मान देते हैं। भरी सभा में उन्होंने यह बात बताई है। इस नाते हम शिवपुरी के लोग, कम से कम इतनी उम्मीद तो कर सकते हैं कि केंद्रीय योजनाओं का शुभारंभ शिवपुरी से होगा। कम से कम पर्यटन से जुड़ी योजनाओं का शुभारंभ तो शिवपुरी से होना चाहिए।