शिवपुरी । बदरवास के खतौरा क्षेत्र की आशा सुपरवाइजर लगातार आशा कार्यकर्ताओं को परेशान कर उनके वाउचर लगाने के एवज में आशा कार्यकर्ताओं से रिश्वत की मांग करती है। बहुत सारी आशा कार्यकर्ताओं का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर बहुत प्रसारित हुआ है। आशा कार्यकर्ता उससे बेहद परेशान और डरी हुई हैं क्योंकि रिश्वत न देने पर वह उनकी मारपीट तक कर देती है।
जानकारी के अनुसार आशा कार्यकर्ताओं के वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुए हैं, जिनमें सुनीता परिहार, सोनम परिहार, धनबाई जाटव सहित तमाम आशा कार्यकर्ता स्वास्थ्य विभाग में पदस्थ आशा सुपरवाइजर पर आरोप लगा रही हैं कि रेखा परिहार उनसे वाउचर लगाने के एवज में दो हजार रुपये की रिश्वत मांगती है। इसके अलावा उनसे बाजार से घर का सामान मंगवाती है। इतना ही नहीं कई आशा कार्यकर्ताओं से घर का काम तक करवाती हैं।
वायरल वीडियो में यहां तक आरोप लगाए गए हैं कि आशा सुपरवाइजर रखा रिश्वत का अगर कोई आशा कार्यकर्ता विरोध करती है तो कई बार वह आशा कार्यकर्ता की मारपीट तक कर देती है। जब बहुप्रचारित वीडियो की सच्चाई जानने के लिए मीडिया ने विभाग के अधिकारियों से संपर्क किया तो पता चला कि रेखा परिहार की शिकायत भी हुई है और मेडिकल ऑफिसर खतौरा डा. हरिशंकर कुशवाह, बीपीएम सुमन बडौले, महिला बाल विकास पर्यवेक्षक खतौरा श्वेता श्रीवास्तव से मामले की जांच भी करवाई गई। जांच के चलते रेखा परिहार से वाउचर लगाने के अधिकार भी उससे वापस लिए गए हैं।
सरकारी कर्मचारी होकर संचालित कर रही समूहः
पड़ताल के दौरान यहां तक सामने आया है कि रेखा परिहार कई समूहों में सदस्य होकर उन समूहों का संचालन करते हुए आंगनबाड़ी केंद्रों पर पोषण आहार और स्कूलों में मध्याह्न भोजन सप्लाई भी कर रही है। अगर इस मामले की जांच की जाए तो बड़ी अनियमितता उजागर होगी।
इनका कहना है
हमें शिकायत प्राप्त हु हुई थी, मामला जांच में है, वहां लगातार झगड़े होने के चलते कहा गया है कि उससे वाउचर वेरीफाई न कराए जाएं। जांच पूरी होने पर मामले में नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। -
डॉ. संजय ऋषीश्वर, डीआईओ, शिवपुरी।