SHIVPURI NEWS - महादेवी मंदिर पर गांव के यादवों का कब्जा: पुजारी की फसल को भी काटकर ले जाते हैं, मारपीट

Bhopal Samachar

शिवपुरी। खबर शिवपुरी शहर के पुलिस अधीक्षक कार्यालय से मिल रही हैं जहां आज एक बुजुर्ग अपनी पत्नी के साथ शिकायत लेकर पहुंचा, कि मंदिर की जमीन पर गांव के कुछ दबंगों ने कब्जा कर लिया हैं। हमने कई बार उनसे कहा कि यह तुम्हारी जमीन नहीं हैं इसको छोड़ दो, लेकिन उन्होंने हमारी कोई सुनवाई नहीं की, फिर हम शिकायत लेकर इंदार थाने पहुंचे, जहां पुलिस ने हमारी कोई सुनवाई नहीं की और कहने लगे कि हां करते हैं कुछ, जिसके बाद मंदिर के पास हमारी फसल खडी हुई थी जिसे काटी जा रही है फिर पुलिस ने हमें बुलाया और थाने बिठा कर रखा, जब तक वह लोग हमारी फसल को भी काटकर ले गये। हम लोग बुजुर्ग हैं और हम परेशान हैं। यह लोग कईयों बार फसल काटकर ले गये।

जानकारी के अनुसार निवासी ग्राम गुहासा थाना इंदार जिला शिवपुरी के रहने वाले दिमान गिरी पुत्र कल्लू गिरी पुजारी महादेवी मंदिर ग्राम गुहासा ने बताया कि मंदिर की भूमि सर्वे क्रमांक 747 रकवा 3.75 है जो कि मंदिर की भूमि है उसपर मैं फसल भी करता हूं, लेकिन मंदिर की भूमि पर वीरेन्द्र पुत्र उमराव यादव द्वारा अवैध कब्जा किया गया। इसके साथ ही हमारे खेत में सोयाबीन की फसल खड़ी हुई थी। उसे वीरेंद्र के द्वारा काटा जा रहा हैं।  इसके संबंध में मैंने तहसील रन्नौद में भी आवेदन दे दिया हैं,लेकिन अभी कार्यवाही नहीं हुई हैं।

मैंने भूमि का सीमांकन कराने के संबंध में एक आवेदन 18 अक्टूबर 2023 की शाम को दिया था,लेकिन वीरेन्द्र यादव तथा उसके दो लडके बंटी पुत्र वीरेन्द्र यादव, शत्रुघन पुत्र वीरेंद्र यादव खेत पर आ गये और गंदी गंदी गालियां देने लगे और मैंने गालियां देने से मना किया,पर मेरी दण्डो से मारपीट कर दी, जिससे मेरे हाथ पैरो में मूंदी चोटें आयी मौके पर दीपा जाटव था जिसने घटना देखी वह जाते जाते बोला कि आज तो बच गया लेकिन इस खेत पर आया तो जान से खत्म कर देगे।

इसके बाद मैंने 18 अक्टूबर 2023 को थाना इंदार पर शिकायत की जिसमें उन लोगों विरूद्ध भा. द.वि. की धारा 294, 323, 506, 34 की कायमी की गई इसके बाद उन लोगों ने रात में पुनः खेत में धनिया की फसल बो दी इसके बाद मैंने द्वारा सीमांकन का आवेदन दिया लेकिन फिर भी तहसीलदार के आदेश पर अनावेदकगण ने धनिया की फसल काट ली, तथा बार-बार मेरे द्वारा सीमांकन कराया जाता है लेकिन वह लोग मंदिर की भूमि पर से कब्जा नहीं छोड रहे है वह मंदिर की भूमि पर अवैध कब्जा किये हुये है।