शिवपुरी। वन विभाग के सतनबाड़ा वन परिक्षेत्र की गुलारिका बीट में स्थित एक पुलिया के पास गुरुवार-शुक्रवार की रात एक मादा तेंदुआ का शव क्षत-विक्षत हालत में पड़ा मिला। फोरेस्ट की टीम ने पशु चिकित्सा विभाग के तीन डॉक्टरों के पैनल से माधव नेशनल पार्क की डिप्टी डायरेक्टर प्रतिभा अहिरवार की उपस्थिति में पीएम कराया गया।
सतनबाड़ा के प्रभारी रेंजर राजेश निनामा ने बताया कि हमें यह सूचना मिली थी कि पुलिया के पास तेंदुआ मृत अवस्था में पड़ा हुआ मिला है। टीम ने जब वहां जाकर देखा तो पुलिया के पास झाड़ियों में नीचे मादा तेंदुआ मृत पड़ी मिली। जिसकी उम्र 8 से 9 साल होगी। जिस जगह से मादा तेंदुआ मृत मिली वहां से माधव नेशनल पार्क की दूरी अधिक है। रेंजर ने आशंका जताई है कि मादा तेंदुआ पानी की तलाश में वहां आई हो और पानी न मिलने की वजह से उसकी मौत हो गई हो।
यूं तो वन्यजीवों की मौत के बाद उसका पोस्टमार्टम माधव नेशनल पार्क में पदस्थ वन्यजीव चिकित्सक डॉ. जितेंद्र जाटव करते थे, लेकिन डॉ. जाटव कूनो श्योपुर में पदस्थ होने की वजह से मृत मादा तेंदुआ का पीएम पशु चिकित्सा विभाग के डॉक्टरों से करवाया गया। तीन डॉक्टरों के पैनल ने मादा तेंदुआ का पीएम किया तथा उसके सैंपल जांच के लिए जबलपुर भेज दिए।
इनका कहना हैं
लगभग 8-9 वर्ष उम्र की मादा तेंदुआ थी, जिसके शरीर के सभी अंग मौजूद थे, इसलिए यह आशंका तो बिल्कुल नहीं है कि उसका शिकार किया गया हो। हो सकता है कि वो पानी की तलाश में वहां तक पहुंची हो। पशु चिकित्सा विभाग से पीएम करवाया है। - राजेश निनामा, प्रभारी रेंजर सतनबाड़ा वन परिक्षेत्र
मादा तेंदुआ का शव लगभग चार दिन पुराना होने के साथ ही वो बुरी तरह से डी-कंपोज हो गया था। मेरे साथ दो अन्य डॉक्टर्स ने उसका पीएम नेशनल पार्क की डिप्टी डायरेक्टर के समक्ष किया, तथा उसके सैंपल लेकर जबलपुर भेजे हैं। - डॉ. एम गुप्ता, पशु चिकित्सक शिवपुरी