करैरा। कस्बे के वार्ड 2 में महावीर कोचिंग के संचालक रणजीत गुर्जर का शव नए मकान में तौलिया के फंदे पर लटका मिला। मृतक शिवपुरी की कहकर निकला था और दूसरे दिन सुबह मृत हालत में मिला। सुसाइड नोट में तीन लोगों को जिम्मेदार ठहराया है,बताया जा रहा है कोचिंग संचालक आईपीएल में अपना सब कुछ लुटा बैठा और कर्ज में डूब चुका था,इसलिए डिप्रेशन में आकर उसने सुसाइड कर लिया। हालांकि सुसाइड नोट में आईपीएल का उल्लेख नही है लेकिन कर्ज का उल्लेख अवश्य है।
महावीर कोचिंग के संचालक रणजीत गुर्जर उम्र 35 साल पुत्र सिरनाम गुर्जर का रविवार की सुबह 6 बजे नए मकान में फांसी के फंदे पर लटका मिला। छोटे भाई हरिसिंह गुर्जर का कहना है कि रणजीत शनिवार की सुबह मां से शिवपुरी जाने की कहकर घर से निकला। रात करीब 11 बजे तक इंतजार किया और उसके बाद फोन लगाने शुरू किए। रविवार की सुबह 4 बजे तक प्रयास किए। फिर सबसे छोटे भाई को दूसरी चाबी
लेकर नए मकान पर भेजा। ताला खोलने पर रणजीत सिंह फांसी के फंदे पर लटके मिले। तौलिया का फंदा बनाकर फांसी लगा ली। भाई हरिसिंह का कहना है कि रणजीत ने सुसाइड नोट छोड़ा है, जिसमें कियोस्क संचालक अमित उर्फ गप्पू, स्टेशनरी संचालक राकेश गुप्ता और शिवम तिवारी आदि का नाम है। अमित गुप्ता ने रणजीत से मुंगावली तिराहा स्थित 10 लाख रु. के प्लाट की रजिस्ट्री तक करा ली थी। जिसका घर वालों तक को पता नहीं चल पाया।
राकेश गुप्ता के मकान में कोचिंग संचालित थी, जिससे लेनदेन भी था। शिवम तिवारी ने तो व्हाट्सएप पर लिस्ट डाली है जिसमें 30 से 35 हजार रु. व आठ महीने का ब्याज 14 हजार रु. जोड़कर 49 हजार रु. मांगे। रणजीत, उपदेश बोहरे के संग कोचिंग संचालित करता था। अल्टो गाड़ी की रणजीत किश्त भर रहा था, जबकि उपयोग उपदेश कर रहा था। घटना के बाद से उपदेश भी घर नहीं आया है। करैरा टीआई सुरेश शर्मा का कहना है कि विवेचना के बाद मौत की असली वजह पता चलेगी।