शिवपुरी। शिवपुरी जिले के कोलारस तहसील के पटवारी ने सुनाज गांव में अपनी पवार का इस्तेमाल करते हुए बिना रजिस्ट्री के जमीन का नामांतरण कर दिया। इस नामांतरण के बाद भू स्वामी ने बैंक से लाखों रुपए का कर्ज भी ले लिया। जब इस जमीन के कब्जाधारियों को पटवारी के इस कृत्य की जानकारी मिली तो उन्होंने इसकी शिकायत कोलारस एसडीएम से कर दी। बताया जा रहा है कि एसडीएम ने इस मामले में जांच के आदेश कर दिए। वही पटवारी का कहना है कि यह सब गलती से हो गया है।
जानकारी के मुताबिक सुनाज पंचायत में करीब 60 से 70 बीघा की जमीन बिना रजिस्ट्री के पटवारी राम प्रकाश अहिरवार ने गांव के रहने वाले लखन सिंह यादव के नाम नामांतरण करा दिया। जबकि इस जमीन के करीब 20 लोग पट्टाधारी थे और करीब 20 लोग सरकारी जमीन के कब्जाधारी थे। इसके बावजूद पटवारी राम प्रकाश अहिरवार ने उक्त जमीन का नामांतरण बिना तहसीलदार की अनुमति लखन सिंह यादव के नाम कर दिया। जब इस बात का पता पट्टाधारियों सहित कब्जाधारियों को लगा तब तक पटवारी अपना ट्रांसफर भी करवा चुका था।
ग्रामीणों ने पड़ताल कर पता लगाया कि जमीन का नामांतरण होने के बाद लखन सिंह यादव ने उक्त जमीन के कुछ हिस्से से केसीसी से बनाकर बैंक से लाखों रूपए भी निकाल लिए हैं। इसके बाद अब 19 बीघा जमीन पर फिर से लखन सिंह यादव नई केसीसी बनबाने के लिए बैंक में आवेदन कर चुका है। ग्रामीणों ने मिलकर इसकी शिकायत कोलारस एसडीएम ब्रजेन्द्र यादव से की है। ग्रामीणों तत्काल केसीसी पर रोक सहित जिन ग्रामीणों की जमीन लखन सिंह यादव ने अपने नाम करा ली है। उस जमीन को वापस दिलाए जाने की गुहार एडीएम से लगाई है।
इस मामले में पटवारी राम प्रकाश अहिरवार का कहना है कि उक्त जमीन का नामांतरण त्रुटि वश हो गया था। वहीं कोलारस एसडीएम बृजेंद्र सिंह यादव का कहना है कि उक्त मामले की जांच के आदेश तहसीलदार को दिए हैं। तहसीलदार द्वारा इस मामले की जांच की जा रही है। जांच पूरी होने के बाद कार्रवाई की जाएगी।