शिवपुरी। किसानों को प्रमाणित बीज, संतुलित उर्वरक एवं आधुनिक कृषि यंत्रों के उपयोग के लिये प्रेरित करें, जिससे अधिक उत्पादन हो और किसानों की आमदनी बढ़े। इस आशय के निर्देश आज कलेक्टर रवींद्र कुमार चौधरी ने अधिकारियों को दिए। जिलाधीश कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित बैठक में अपर कलेक्टर दिनेश चंद शुक्ला, कृषि अधिकारियों सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर रविंद्र कुमार चौधरी ने कहा कि किसानों को डीएपी खाद के स्थान पर वैकल्पिक खाद के रूप में एनपीके खाद की व्यवस्था की जाए। ज्यादा कीमत पर किसानों को खाद उपलब्ध नहीं होना चाहिए, ऐसी शिकायत प्राप्त होने पर तुरंत कार्रवाई की जाए। खराब अथवा नकली बीज किसानों को नहीं मिलना चाहिए। दाने वाला डीएपी उपलब्ध न होने पर नैनो डीएपी का इस्तेमाल किया जाए।
उन्होंने मौसम एप का व्यापक प्रचार-प्रसार करने पर बैठक में विशेष रूप से निर्देश दिए गए। इस एप पर एक हफ्ते की मौसम की जानकारी उपलब्ध रहती है। यह एप गूगल प्ले स्टोर से आसानी से डाउनलोड किया जा सकता है। इस एप के माध्यम से किसानों को मौसम की जानकारी समय से मिल सकेगी और वे मौसम को ध्यान में रखकर अपनी खेती-बाड़ी कर पायेंगे। साथ ही अपनी फसल को भी सुरक्षित कर सकेंगे।
उन्होंने बैठक में उपस्थित सभी अधिकारियों को वृक्षारोपण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कस्टम हायरिंग, फूड एग्रीकल्चर के संबंध में भी आवश्यक निर्देश दिए। एग्री स्टेक के संबंध में ब्रीफ करने तथा डीडीओ कृषि को आत्मा की बैठक आयोजित कराने के निर्देश दिए।
उन्होंने अरहर की पूषा वैरायटी अपनाने के लिए किसानों को प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए। अरहर की पूषा वैरायटी 6 महीने में तैयार हो जाती है और इस फसल के बाद किसान दूसरी फसल भी ले सकते हैं। किसानों को ऑर्गेनिक फार्मिंग, सुपर सीडर और हैप्पी सीडर मशीनों के उपयोग के संबंध में जानकारी दी जाए। कृषि विभाग में भी नवाचार किए जाने चाहिए। आधुनिक उपकरण से किसानों को अवगत कराया जाए। अजवाइन की खेती को किसानों के लिए लाभ का धंधा बनाया जाए। उन्नत किसानों की सक्सेस स्टोरी जारी की जाए, जिससे किसान उन्नत खेती के प्रति आकर्षित हो सके।