शिवपुरी। शिवपुरी जिले के डीएफओ के चरित्र और हमला और शिवपुरी जिले की एक रेंज ऑफिसर के साथ संबंध जोड़ने वाले पर्चा कांड की मुख्य कर्ताधर्ता वन विभाग की कोलारस रेंज की रेंज आफिसर कृतिका शुक्ला निकली,यह दावा शिवपुरी पुलिस अधीक्षक ने किया है। इस मामले में 2 वीट गार्ड को पुलिस ने उठाया और वनरक्षकों से पूछताछ की तो उन्होंने रेंजर शुक्ला का नाम लिया है। फिलहाल रेंजर शुक्ला फरार बताया जा रही है वही वनरक्षको पर सिटी कोतवाली पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।
शिवपुरी जिले के डीएफओ श्री सुधांशु यादव के पर्चे के चर्चे राजधानी भोपाल तक पहुंच गए हैं। मध्य प्रदेश सरकार के वन विभाग मंत्रालय के एक अधिकारी द्वारा निजी स्तर पर इस मामले की जांच करवाई जा रही है। पता लगाया जा रहा है कि पर्चे में लिखी बातों में कितनी सच्चाई है। उधर शिवपुरी में डीएफओ ने अपने समर्थन में वन विभाग की महिला कर्मचारियों का कलेक्टर कार्यालय पर प्रदर्शन करवाया।
जैसा कि विदित है कि (शनिवार) सुबह शहर के छत्री क्षेत्र, वन विद्यालय, करबला के पास लगे मोदी वन बोर्ड के साथ दरवाजे पर और होटल ठाट बाट के बोर्ड के साथ कई स्थानों पर पर्चे चिपके मिले। इसके बाद इन पर्चों की चर्चा शहर में होने लगी। हालांकि यह पर्चे किसने और क्यों चिपकाए इसके बारे में कुछ भी पता नहीं चल पाया है। हालांकि वन विभाग के कुछ लोग पर्चे लगाने वाले को डीएफओ का सताया हुआ बता रहे हैं।
पर्चों पर यह लिखा था
"DFO सुधांशु यादव चोर एवं चरित्र हीन है, वह महिला अधिकारी को अपने घर में रखता है और लड़की बाजी करता है। '"DFO सुधांशु यादव जंगल माफिया और खनन माफिया से मोटी रकम लेता है और उन्हें पूरा संरक्षण देता है। यह जंगल का शत्रु है।"
CCTV - तीन लोग पर्चे चिपकात हुए नजर आए
इस मामले का खुलासा करते हुए शिवपुरी पुलिस अधीक्षक अमन सिंह राठौड़ ने मीडिया को बताया कि इस मामले की शिकायत के बाद सिटी कोतवाली पुलिस ने शहर के आईटीआई तिराहा और करवाल पर लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगालना शुरू किया तो तीन लोग पर्चे चिपकात हुए नजर आए थे।
शौकत अली वन रक्षक शिवपुरी एवं प्रभु दयाल शर्मा वन रक्षक शिवपुरी
वीडियो फुटेज में दिख रहे तीन व्यक्तियों में से दो की पहचान शौकत अली वन रक्षक शिवपुरी एवं प्रभु दयाल शर्मा वन रक्षक शिवपुरी के रूप में हुई, दोनों आरोपियों से पूछताछ करने पर ज्ञात हुआ कि दोनों आरोपियों ने रेंजर कृतिका शुक्ला द्वारा दिए गए पोस्टरों को शहर में चिपकाया है एवं पोस्टर चिपकाने के लिए एक अन्य साथी रमेश शर्मा निवासी पुरानी शिवपुरी भी उनके साथ रहा हैं. जो प्रकरण में तीनों आरोपी शौकत अली, प्रभूदयाल शर्मा एवं रमेश शर्मा से विस्तृत पूछताछ की तो तीनो आरोपियों ने बताया कि रेंजर कृतिका शुक्ला ने डीएफओ सुधांशु यादव का ट्रांसफर करवाने व बदनामी करने के आशय से इस तरह के पोस्टर रेंजर कृतिका शुक्ला के कहने पर शहर में लगाए है।
रेंजर कृतिका शुक्ला - अंडरग्राउंड
प्रकरण में डीएफओ सुधांशु यादव ने अपने कथन में बताया है कि रेंजर कृतिका शुक्ला कोलारस रेंज में पदस्थ थी तो उनके द्वारा की अनियमितताओं के कारण उन्हें निलंबित किया गया था एवं जिसकी विभागीय जाँच विभागीय स्तर पर चल रही है एवं रेंजर कृतिका शुक्ला को कोलारस से हटा कर उनके स्थान पर रेंजर श्रुति राठौर की पदस्थापना की थी. तब से ही रेंजर कृतिका शुक्ला लगातार मनगढ़ंत आरोप लगाती रही है एवं उनके द्वारा पूर्व में भी बदनाम करने हेतु कई बार मीडिया में ऐसे बयान दिए गए है, पुलिस ने इस मामले में रेंजर कृतिका शुक्ला सहित तीनो आरोपियों पर मामला दर्ज कर लिया है। वही फिलहाल रेंजर कृतिका शुक्ला फरार बताई जा रही है।