शिवपुरी। जनसुनवाई और अधिकारियों के दिए गए आवेदनो की कितनी सुनवाई शिवपुरी जिले में होती है,इसका जीता जागता उदाहरण हमे करैरा तहसील मे आने वाले गांव बसौराकला के रहने वाले एक किसान की दास्ता से मिल रही है कि अपनी जमीन का सीमांकन कराने के लिए उसे भोपाल तक साइकिल की यात्रा करनी पडी,उससे पहले वह करैरा तहसीलदार,एसडीएम और शिवपुरी कलेक्ट्रेट में जनसुनवाई कार्यक्रम मे कई बार अपनी समस्या को लेकर आवेदन दे चुका था।
करैरा अनुविभाग के बसौराकला गांव तहसील करैरा थाना क्षेत्र दिनारा के रहने वाले किसान हरीराम (37) पुत्र खेमराज लोधी ने साल 2019 और 2020 में गांव में दो बार में करीब 5 बीघा जमीन खरीदी। किसान का कहना है कि उसकी जमीन पर भगवत, कप्तान, जगन्ना, कल्ला, इंदिरा, मिथलेश, अकलवती, नीरज लोधी ने कब्जा कर लिया। अपनी जमीन के सीमांकन के लिए पटवारी से तमाम बार गुहार लगाई। तहसीलदार और एसडीएम को भी आवेदन दिए। समाधान नहीं हुआ तो कलेक्ट्रेट शिवपुरी और फिर कमिश्नर ग्वालियर कार्यालय में लिखित शिकायत कर दी। लगातार चार सालों से अपने जमीन पाने के प्रयास के बीच कहीं से कोई सुनवाई नहीं हुई तो हताश होकर वे 10-12 दिन पहले साइकिल से भोपाल रवाना हो गए।
किसान हरिराम लोधी ने बताया कि उसने साइकिल से भोपाल तक की 370 किलोमीटर की यात्रा 10 दिन मे पूरी की थी,12 जून को वह भोपाल में पूछते हुए सीएम हाउस तक पहुंच गया था,जहां उसे सीएम डॉ मोहन सिंह यादव से मिलने नही दिया। लेकिन सुरक्षाकर्मियो ने उसकी दास्ता सुनने के बाद सीएम हाउस से किसी अधिकारी से मिलवा दिया था। किसान ने बताया कि मैने अपना आवेदन ओर दुखडा उन अधिकारी को सुना दिया कि चार साल में शिवपुरी के अधिकारी मेरी जमीन का सीमांकन नहीं करा सके इसलिए मुझे सीएम से मिलने शिवपुरी से भोपाल तक साइकिल से आना पडा।
किसान की सीएम से मुलाकात का प्रयास किया तो बात ग्वालियर और शिवपुरी तक पहुंची। आनन फानन में नायब तहसीलदार अपने साथ आरआई व पटवारी को लेकर सीमांकन करने पहुंच गए। इधर 12 जून को नायब तहसीलदार अशोक श्रीवास्तव, आरआई विनोद सोनी, पटवारी कमल सिंह सीमांकन करने पहुंच गए। पटवारी का दावा है कि सीमांकन हो गया है जबकि किसान का कहना है कि मेरी भाई से बात हो गई है, सीमांकन नहीं हुआ है। पटवारी कमल सिंह का कहना है कि चुनाव की वजह से सीमांकन नहीं हो पाया था। अब हो गया है,लेकिन शिवपुरी वापस आ चुके किसान हरिराम लोधी ने शिवपुरी समाचार डॉट कॉम से बातचीत करते हुए कहा कि उसके पूरे नंबरों का सीमाकंन अभी तक नहीं हुआ है। भोपाल में मिले अधिकारी ने मुझसे कहा था कि आपका सीमाकंन 24 घंटे के अंदर हो जाएगा,लेकिन नहीं हुआ उससे में बहुत दुखी हूं और सीएम साहब से मेरे को मिलने नही दिया इस बात से में अधिक दुखी हूं,अगर वह मिल जाते तो मेरी समस्या का हल हो जाता।