शिवपुरी। शिवपुरी जिले के शासकीय शिक्षको का नवीन शैक्षणिक संवर्ग के अंतर्गत कार्यरत करीब सात हजार शिक्षकों को 12 वर्ष व 24 वर्ष में दी जाने वाली प्रथम एवं द्वितीय क्रमोन्नति के आदेश पिछले लंबे समय से अटके हुए हैं। शिक्षक संगठन कई बार शिक्षा विभाग के अधिकारियों से गुहार भी लगा चुके हैं, लेकिन आश्वासन तो मिला, आदेश नहीं।
शिक्षकों की यह पीड़ा अब विपक्ष के लिए सरकार और अधिकारियों को घेरने का माध्यम बन गई है। अब यह मामला तूल पकड़ रहा है। पोहरी से कांग्रेस विधायक कैलाश कुशवाह ने सात हजार शिक्षकों से जुड़े इस मामले को लेकर विधानसभा में तारांकित प्रश्न लगाया है। यानि शिवपुरी के इन हजारों शिक्षकों की क्रमोन्नति का यह मामला विधानसभा में गूंजेगा।
आज क्रमोन्नति समिति की बैठक इधर क्रमोन्नति का मामला तूल पकड़ने के बाद शिक्षा विभाग के अधिकारी भी हरकत में आ गए हैं। लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लगने से पहले तत्समय संकुलों से शिक्षकों की जानकारी न आने के चलते क्रमोन्नति प्रक्रिया आचार संहिता लगने से रुक गई थी।
आचार संहिता हटने के बाद भी आदेश को लेकर आश्वासन का दौर चल रहा था,लेकिन अब आनन-फानन में गुरुवार को डीईओ ने क्रमोन्नति समिति की बैठक बुलाई है, जिसमें सहायक संचालक शालिनी दिनकर, प्राचार्य आरपी जाटव, प्राचार्य भूपेंद्र शर्मा व उमा शिक्षक माजिद अली को शामिल किया गया है।
यह उठाया प्रश्न,विधायक कैलाश ने
विधायक कुशवाह ने तारांकित प्रश्न क्रमांक-31926 के माध्यम से शिक्षा मंत्री से जवाब मांगा है, जिसके लिए 18 जुलाई की तारीख तय हुई है। कुशवाह ने पूछा है कि शिवपुरी में नवीन शैक्षणिक संवर्ग की प्रथम व द्वितीय क्रमोन्नति की वर्तमान स्थिति क्या है और यह कब तक प्रदान की जाएगी, समय सीमा बताई जाए।
राज्य शासन के 15 अक्टूबर 2023 के पालन में क्या कार्रवाई की गई। इतना ही नहीं यह भी उल्लेख है कि ग्वालियर संभाग के अन्य जिलों में - क्रमोन्नति आदेश जारी किए गए है लेकिन शिवपुरी में नहीं। आदेश जारी न होने में कौन-कौन अधिकारी कर्मचारी दोषी है। संबंचितों पर क्या कार्रवाई की गई है। इस तरह इस मुद्दे पर विधायक सरकार को घेरने की तैयारी में हैं।
सिंधिया से भी हुई शिकायत
क्रमोन्नति आदेश की लेटलतीफी को लेकर विपक्ष के द्वारा विधानसभा प्रश्न लगाने और शिक्षक संगठनों द्वारा भाजपाईयों तक यह मामला पहुंचाया गया। सूत्र बताते हैं कि बीते रोज केंद्रीय मंत्री एवं क्षेत्रीय सांसद सिंधिया ि के समक्ष कुछ भाजपाईयों ने शिक्षकों की क्रमोन्नति में लेटलतीफी किए जाने की बात उनके समक्ष रखी। देखना होगा कि इस मामले में क्या कार्रवाई होती है।
यह कहा विधायक ने
यह जिले के हजारों शिक्षकों से जुड़ा मामला है और हम इस मामले को लेकर संवेदनशील हैं। मैंने विधानसभा प्रश्न लगाया है और इसे पुरजोर तरीके से उठाएंगे।
कैलाश कुशवाह, विधायक पोहरी