करैरा। करैरा कस्बे के वार्ड क्रमांक 2 मे निवास करने वाला महावीर कोचिंग का रणजीत गुर्जर का शव नए मकान में तौलिया के फंदे पर बीते 2 जून को लटका मिला। मृतक शिवपुरी की कहकर निकला था और दूसरे दिन सुबह मृत हालत में मिला। सुसाइड नोट में तीन लोगों को जिम्मेदार ठहराया है,बताया जा रहा है कोचिंग संचालक आईपीएल में अपना सब कुछ लुटा बैठा और कर्ज में डूब चुका था,इसलिए डिप्रेशन में आकर उसने सुसाइड कर लिया,पुलिस ने इस मामले में जांच करते हुए 3 लोगों पर मामला दर्ज कर लिया है।
महावीर कोचिंग के संचालक रणजीत गुर्जर उम्र 35 साल पुत्र सिरनाम गुर्जर का रविवार की सुबह 6 बजे नए मकान में फांसी के फंदे पर लटका मिला था। छोटे भाई हरिसिंह गुर्जर का कहना था कि रणजीत शनिवार की सुबह मां से शिवपुरी जाने की कहकर घर से निकला। रात करीब 11 बजे तक इंतजार किया और उसके बाद फोन लगाने शुरू किए। रविवार की सुबह 4 बजे तक प्रयास किए।
फिर सबसे छोटे भाई को दूसरी चाबी लेकर नए मकान पर भेजा। ताला खोलने पर रणजीत सिंह फांसी के फंदे पर लटके मिले। तौलिया का फंदा बनाकर फांसी लगाई थी। भाई हरिसिंह का कहना है कि रणजीत ने सुसाइड नोट छोड़ा है, जिसमें कियोस्क संचालक अमित उर्फ गप्पू, स्टेशनरी संचालक राकेश गुप्ता और शिवम तिवारी आदि का नाम है। अमित गुप्ता ने रणजीत से मुंगावली तिराहा स्थित 10 लाख रु. के प्लाट की रजिस्ट्री तक करा ली थी। जिसका घर वालों तक को पता नहीं चल पाया।
राकेश गुप्ता के मकान में कोचिंग संचालित थी, जिससे लेनदेन भी था। शिवम तिवारी ने तो व्हाट्सएप पर लिस्ट डाली थी जिसमें 30 से 35 हजार रु. व आठ महीने का ब्याज 14 हजार रु. जोड़कर 49 हजार रु. मांगे।
सुसाइड नोट में मौत के जिम्मेदारों के लिखे थे नाम
मैं जीना चाहता था लेकिन यह लोग जीने नहीं दे रहे हैं मुझे बहुत ही टॉर्चर कर रहे हैं। अमित शर्मा उर्फ गप्पू, राकेश (गुप्ता स्टेशनरी), शिवम तिवारी इन लोगों से मैंने कुछ रुपए लिए थे। मैंने इनसे कहा कि आप थोड़ा रुक जाओ धीरे-धीरे पैसे दे दूंगा। आज बहुत बदतमीजी कि अब मैं ऐसी जिंदगी नहीं जीना चाहता हूं मेरी मौत के जिम्मेदार यही लोग हैं।मम्मी पापा बहन हो सके तो मुझे माफ करना, शायद मेरी जिंदगी इतनी ही थी इतना ही साथ लिखा था इन लोगों की वजह से मैं कोचिंग भी सही तरीके से नहीं पड़ा पा रहा था मानसिक टेंशन बहुत ज्यादा हो चुकी थी।
एसपी के हस्तक्षेप के बाद हुआ मामला दर्ज
करैरा पुलिस ने एसपी के दिए निर्देशों के बाद मर्ग के मामले में जांच को आगे बढ़ाते हुए आरोपी अमित शर्मा उर्फ गफ्फू, राकेश गुप्ता (गुप्ता स्टेशनरी), शिवम तिवारी के खिलाफ आईपीसी की धारा 306, 34 के तहत मामला दर्ज कर लिया है।