शिवपुरी। शिवपुरी जिले के अमोला थाना सीमा मे माधव नेशनल पार्क की सीमा से निकले एक तेदुंए ने अमोला घाटी में सिंध नदी किनारे एक ग्रामीण के खेत पर बने बकरियों के बाढ़े में घुसकर बकरियों को पर हमला बोल दिया,बकरिया और तेदुंए के सघंर्ष की आवाज सुनकर बाडे तक पहुंची महिला पर भी तेदुंए ने हमले का प्रयास किया लेकिन महिला की किस्मत अच्छी थी कि महिला का पति उसके पीछे लाठी लेकर आ रहा था,जिससे तेंदुआ भाग खडा हुआ। तेदुंए के इस हमले से दो बकरियो की मौत ओर दो बकरियो के घायल होने की खबर मिल रही है।
जानकारी के मुताबिक अमोला क्रेसर के रहने वाले विष्णु चौहान का कृषि फ़ार्म पुराने अमोला के सिंध नदी किनारे है। शनिवार रात विष्णु चौहान के बटाईदार खुमान अपनी पत्नी करही रजक के साथ खेत पर सोया हुआ था। खेत पर ही एक बाढ़े में बकरियां बंद थी। रात तीन बजे के लगभग तेंदुआ आया और बाढ़े में बंद बकरियों पर हमला कर दिया। बकरियों की मिमियाने और तेंदुए जैसे दहाड़ को सुन करही रजक उठकर बकरियों के बाढ़े के बाहर पहुंची। जहां तेंदुए ने भागते वक्त करही रजक पर हमला करने की कोशिश की। गनीमत रही पीछे से हाथ में लाठी लिए करही के पति को देख तेंदुआ दूसरी दिशा में भाग खड़ा हुआ।
2 दिन पूर्व वायरल हुआ था तेंदुआ
मड़ीखेड़ा डैम बनाने के चलते पुराने अमोला को कई साल पहले विस्थापित कर दिया गया था यहां रहने वाले लोगों को नई कॉलोनी बनाकर विस्थापित किया गया था। तब से यह पुराना अमोला खाली पड़ा हुआ है। यहां बने पुराने मकान और गढ़ी खंडहरों में तब्दील हो गई हैं।
इस गांव के किनारे गर्मियों के दिनों में भी सिंध नदी का पानी मौजूद रहता है इसके अलावा पानी होने के चलते यह इलाका ठंड भी रहता है। साथ ही जानवर भी अब इस खाली गांव के किनारे बिना भय के पानी पीने नदी पर आते रहते हैं। इसी के चलते पिछले कुछ सालों से वीरान हुए इस गांव को तेंदुआ अपना आशियाना बनाता हुआ आ रहा है।
ग्रामीण बताते हैं कि यह तेंदुआ पिछले कुछ सालों से गर्मियों के दिनों में यहां आकर कुछ समय गुजारता है और आराम से अपने शिकार की व्यवस्था कर लेता है। 2 दिन पूर्व यह तेंदुए की विडियो सामने आई थी जब यह अमोला के क्षेत्र में भ्रमण कर रहा था। ग्रामीणों की मानें तो इस तेंदुए ने बकरियों के बाड़े मे हमला किया है।