शिवपुरी। पूरे देश में जन्म व मृत्यु प्रमाण पत्र में एकरूपता लाने के लिए भारत सरकार ने 2015 में सिविल रजिस्ट्रेशन सिस्टम (सीआरएस) पोर्टल लांच किया है। इस दौरान श्रीमंत राजमाता विजयाराजे सिंधिया चिकित्सा महाविद्यालय एवं चिकित्सालय के अधिष्ठाता डॉ डी. परमहंस ने बताया कि पोर्टल के माध्यम से अब अस्पतालों में पैदा होने वाले बच्चों का जन्म प्रमाण पत्र बनाया जा सकेगा।
घर पर पैदा हुए बच्चों का डाटा नागरिक स्वयं पोर्टल पर अपलोड करेंगे। संबंधित रजिस्ट्रार उसे अनुमोदित कर देंगे। इसके बाद कंप्यूटर से ही उसका प्रिंट निकाला जा सकेगा। यही प्रक्रिया मृत्यु के मामलों में भी होगी। जन्म व मृत्यु प्रमाण पत्र रजिस्ट्रेशन के लिए नवजात के माता-पिता को आधार कार्ड, राशन कार्ड, समग्र आईडी सहित मोबाइल अनिवार्य है।
यह होगी प्रक्रिया
इसके साथ ही चिकित्सालय अधीक्षक डॉक्टर आशुतोष चौऋषि ने बताया कि 21 दिन के अंदर डाटा अपलोड करने पर शुल्क नहीं देना होगा। 22 से 30 दिन के भीतर अपलोड करने पर दो रुपये विलंब शुल्क ट्रेजरी के जरिये देना होगा। 30 दिन से एक साल के अंदर डाटा अपलोड करने पर पांच रुपये विलंब शुल्क देने के साथ उप मुख्य चिकित्साधिकारी से अनुमोदन भी लेना होगा।
ऐसी स्थिति में नहीं बन पायेगा
प्रभारी डॉक्टर शैलेंद्र रावल ने बताया कि यदि कोई व्यक्ति मृत अवस्था में लाया जाता है तो उसका प्रमाण पत्र यहाँ नहीं बनेगा। संबंधित का पोस्टमार्टम होने की स्थिति में भी यहाँ प्रमाण पत्र नहीं बन पायेगा, इनका प्रमाणपत्र संबंधित नगरपालिका से ही जारी किया जायेगा।
Site:- CRSORGI. GOV. IN