शिवपुरी। पुण्यश्लोक अहिल्याबाई होल्कर की 300 वी जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में श्रीमंत राजमाता विजयाराजे सिंधिया चिकित्सा महाविद्यालय शिवपुरी में गुरुवार को पुण्यश्लोक अहिल्याबाई होल्कर की प्रतिमा पर अधिष्ठाता डॉ. डी. परमहंस एवं अन्य चिकित्सकों द्वारा दीप प्रज्ज्वलित, पुष्प अर्पण कर श्रद्धापूर्वक नमन करते हुए कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान चिकित्सा एवं पैरामेडिकल छात्र छात्राओं के लिए "राष्ट्रीय एकता एवं उसमें हमारी सहभागिता " विषय पर पोस्टर एवं निबंध प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया l जिसमें सभी छात्रों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया ।
नव नियुक्त अधिष्ठाता डॉ डी. परमहंस ने छात्रों को बधाई देते हुए कहा कि सिर्फ पढ़ाई ही हमारा उद्देश्य नहीं है छात्रों का सर्वांगीण विकास से ही हमारा व्यक्तित्व सर्वश्रेष्ठ बनता है साथ ही अधिष्ठाता डॉ. डी. परमहंस ने कहा कि पुण्य श्लोक अहिल्या बाई होल्कर ने कुरीतियों की बेड़ियां तोड़ जंग लड़ी थी । अहिल्याबाई होल्कर को भारत में देवी के रूप में पूजा जाता है। उन्होंने अपने कार्यकाल में भारत के लिए अनेक ऐसे कार्य किये जिनके बारें में कोई राजा सोच भी नहीं सकता था। उस समय उन्होंने भारत के अनेक तीर्थ स्थलों पर मंदिर बनवाएं वहां तक पहुँचने के लिए उन्होंने मार्ग निर्माण करवाया कुएँ एवं बावड़ी का निर्माण करवाया था।
अहिल्याबाई होल्कर को आज देवी के रूप में पूजा जाता है। अहिल्याबाई जब शासन में आई उस समय राजाओं द्वारा प्रजा पर अनेक अत्याचार हुआ करते थे। गरीबों को अन्न के लिए तरसाया जाता था और भूखे प्यासे रखकर उनसे काम करवाया जाता था। उस समय अहिल्याबाई ने गरीबों को अन्न देने की योजना बनाई और वह सफल भी हुई। लेकिन कुछ राजाओं ने इसका विरोध किया। इसलिए लोग उन्हें देवी का अवतार मानते थे।
पोस्टर प्रतियोगिता में - ( MBBS ग्रुप )
प्रथम स्थान - तनीषा शिखावत
द्वितीय स्थान - विवेक चौधरी
तृतीय स्थान - वैष्णवी चतुर्वेदी
निबंध प्रतियोगिता में
प्रथम - प्रतीक्षा शर्मा
द्वितीय - राजकुमार
तृतीय - दिव्या
पैरामेडिकल ग्रुप में पोस्टर प्रदर्शन
प्रथम - अमित गौर
द्वितीय - वर्षा शाक्य
तृतीय - राज डेविड
निबंध प्रतियोगिता में
प्रथम - विशाखा राजे
द्वितीय - सुषमा मांझी
तृतीय - माया जाटव
इस दौरान सभी विजेताओं को मैडल एवं प्रमाण पत्र बांटे गऐ। इस अवसर पर अधीक्षक डॉ आशुतोष चौऋषि, डॉ इला गुजरिया, डॉ पंकज शर्मा, डॉ धर्मवीर शर्मा, डॉ किरण थोरात, डॉ आनंद राजपूत,डॉ शिरस धीर, डॉ अंजना, डॉ प्रजापति,डॉ मानबहादुर, डॉ संदीप शर्मा, डॉ हेमलता, डॉ शैलेन्द्र, डॉ राजेंद्र उपस्थित थे, कार्यक्रम संयोजन एवं सफल संचालन डॉ ज्योति शुक्ला द्वारा किया गया।