पिछोर। शिवपुरी जिले के पिछोर अनुविभाग में स्वास्थ्य सुविधाएं कितनी बेहतर है इसका जीता जागता उदाहरण देखने को मिल रहा है। शासन ने सुरक्षित प्रसव कराने के लिए जननी एक्सप्रेस शुरू की थी। लगातार जननी एक्सप्रेस की विफलताओ की खबरें समाचार पत्रों में प्रकाशित होते रहते है,बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने का वादा करने वाली मप्र सरकार में एक प्रसूता को सड़क पर डिलीवरी हो गई।
जानकारी के अनुसार पिछोर से मात्र 6 किलोमीटर दूर किशनपुरा की रहने वाली जयकुवार पत्नी आंनदी आदिवासी अपने घर से पैदल ही डिलीवरी कराने के लिए अस्पताल के लिए निकल दी। रास्ते में उसे तेज प्रसव हुआ तो काली माता मोहल्ले में प्रसूता ने एक बच्चे को जन्म दे दिया।
बताया जा रहा है कि काली माता मोहल्ले मे निवास करने वाले सुभाष शर्मा व उनकी पत्नी सुरेखा शर्मा ने उसकी मदद की और उपचार के लिए एंबुलेंस को बुलाकर पिछोर अस्पताल पहुंचाया।
पिछोर अस्पताल में डॉ. बृजेश शर्मा ने बताया कि महिला की लगभग सात माह में डिलीवरी हुई है बच्चा कमजोर है इसलिए शिवपुरी उपचार के लिए भेज दिया है। उक्त घटना शासन द्वारा चलाई जा रही योजनाओं को ठेंगा दिखाती नजर आ रही है।