शिवपुरी। जिले के प्राइमरी से लेकर हायर सेकेण्डरी स्कूलों तक के 2728 स्कूलों के प्रभारियों से कलेक्टर रविंद्र कुमार चौधरी ने गुरुवार से चरणबद्ध रूबरू होने की शुरुआत कर दी है। पहले दिन शहर के गीता पब्लिक स्कूल में सुबह 11 बजे शिवपुरी विकासखंड के 343 व दोपहर 2 बजे पोहरी के रूकमणी मैरिज गार्डन में 357 शाला प्रभारियों से परीक्षा परिणाम सहित नए शैक्षणिक सत्र की कार्य योजना को लेकर न केवल समीक्षा की बल्कि एक-एक बिंदु पर वन-टू-वन चर्चा भी की।
कलेक्टर चौधरी का फोकस हाल ही में घोषित हाई व हायर सेकेण्डरी स्कूल के परीक्षा परिणाम पर रहा। उन्होंने जिन सरकारी स्कूलों का परीक्षा परिणाम अच्छा रहा वहां के विषयवार शिक्षकों की प्रशंसा की, साथ ही जिन स्कूलों में पर्याप्त विषयवार शिक्षक उपलब्ध होने के बाबजूद परिणाम बिगड़ा उन्हें लेकर नाराजगी जाहिर की। इतना ही नहीं, कलेक्टर ने परीक्षा परिणाम की समीक्षा के लिए कोर कमेटी गठित करने के निर्देश भी जिला शिक्षा अधिकारी समर सिंह राठौड़ काे दिए हैं।
यह कमेटी सभी हाई व हायर सेकेण्डरी स्कूलों के परीक्षा परिणाम की विषयवार समीक्षा करेगी। इसके अलावा जहां पर्याप्त शिक्षक उपलब्ध होने के बावजूद परीक्षा परिणाम खराब रहा है, उन शिक्षकों को नोटिस जारी कर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। कलेक्टर चौधरी के अलावा सीईओ जिला पंचायत उमराव सिंह मरावी ने भी पोहरी व शिवपुरी में मौजूद प्रभारियों से परीक्षा परिणाम व नए सत्र की कार्य योजना को लेकर बिंदुवार चर्चा की। इस दौरान डीईओ समर सिंह राठौड़ के अलावा डीपीसी विवेक श्रीवास्तव, शिवपुरी बीआरसीसी बालकृष्ण ओझा, बीईओ मनोज निगम, पोहरी में बीईओ अवधेश सिंह तोमर, बीआरसीसी आरसी जाटव, बीएसी भरत सिंह धाकड़ सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
वर्कशॉप से सुधार की कवायद
कलेक्टर चौधरी ने अकादमिक कोर कमेटी गठित करने के निर्देश दिए हैं। यह समिती जिले के सभी हाई व हायर सेकेण्डरी स्कूलों के परीक्षा परिणाम की विषयवार और शिक्षकों की उपलब्धता के आधार पर समीक्षा करेगी और इस रिपोर्ट के आधार पर वर्कशाप आयोजित की जाएगी, जहां विषयवार खराब परिणाम वाले शिक्षकों को उनकी खामियों को न केवल दूर किया जाएगा बल्कि उन्हें सुधारात्मक टिप्स भी दिए जाएंगे।
खास बात यह रही कि कलेक्टर ने प्रायमरी से हायर सेकेण्डरी तक के शाला प्रभारियों को स्कूल के बेहतर संचालन और अच्छे परीक्षा परिणाम को लेकर कई टिप्स भी दिए। कलेक्टर ने अतिथि शिक्षक भर्ती में भी पूर्ण पारदर्शीता अपनाने के भी निर्देश दिए हैं।
प्रायमरी में ड्राप आउट पर फोकस
समीक्षा के दौरान कलेक्टर चौधरी ने बड़ी संख्या में ड्राप आउट बच्चों की संख्या पर भी चिंता जताते हुए निर्देश दिए कि, सभी बीआरसीसी, बीएसी, सीएसी ड्राप आउट बच्चों की जानकारी एकत्रित करें व कारणों की समीक्षा कर उन्हें शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ें। वहीं लंबित यू-डाइस को लेकर भी कलेक्टर ने तत्काल कार्रवाई पूर्ण करने के निर्देश दिए हैं। बता दें कि विकासखंड वार यह समीक्ष बैठक 17 मई तक जिले के विभिन्न विकासखंडों में आयोजित होगी।
एमपी टास्क छात्रवृति पर भी फोकस
दसवी से बारहवीं कक्षा तक पढ़ने वाले अनुसूचित जाति व जनजाति वर्ग के छात्रों को एमपी टास्क योजना के तहत छात्रवृति दिए जाने का प्रावधान है। शिवपुरी व पोहरी में समीक्षा बैठक के बाद कलेक्टर व सीईओ ने सभी संकुल प्रभारियों व बीईओ की अलग से बैठक ली और एमपी टास्क छात्रवृति योजना के तहत सोमवार तक प्रोफाइल अपडेशन के निर्देश दिए।
नियमानुसार इस योजना के लाभांवित छात्रों की मार्कशीट, आधार कार्ड व समग्र आईडी में जन्मतिथि समान होना चाहिए। इसके लिए कलेक्टर ने यह भी आश्वासन दिया कि यदि सुधार के लिए आवश्यक हो तो वहां आधार कैम्प लगवाए जाएंगे। डीईओ समर सिंह राठौड़ ने भी इस छात्रवृति योजना को लेकर बताया कि दसवीं कक्षा की अंकसूची में अंकित जन्म तिथि के अनुसार आधार व समग्र अाईडी में सुधार करवाया जाए।