बैराड। बैराड़ ग्राम आनंदपुर के ग्रामीणों ने बिजली-पानी की समस्या को लेकर मतदान का बहिष्कार कर दिया। ग्रामीणों ने मतदान बहिष्कार के नारे लगाकर पूरे गांव के ग्रामीणों से मतदान न करने का आह्वान किया। ग्रामीणों का कहना था कि गर्मी के दिनों में गांव में लाइनमैन द्वारा आए दिन बिजली काट दी जाती है। साथ ही उन्होंने कहा कि गांव में दो बोर लगे हुए हैं लेकिन मोटर खराब होने के चलते बोर बंद पड़े हैं।
ग्रामीणों ने स्थानीय सरपंच-सचिव पर आरोप लगाते हुए बताया कि यह कभी भी गांव की समस्या पर ध्यान नहीं देते, इसलिए हम सभी ग्रामीणों ने मतदान न करने का फैसला किया है। मतदान बहिष्कार कि सूचना मिलते ही बैराड़ तहसीलदार दुर्गपाल सिंह बैस मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाया। साथ ही मौके पर ही बिजली कंपनी के जेई और पंचायत सचिव को बुलाया और हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
तब जाकर ग्रामीण मतदान करने को राजी हुए जिसके बाद दोपहर करीब 12 बजे के बाद मतदान शुरू हो सका। यहां बता दें कि गांव में 448 मतदाता हैं। तहसीलदार के समझाने के बाद दोपहर 12 बजे के करीब शुरू हुए मतदान में सिर्फ 238 वोट ही डाले गए। 210 लोगों ने अपने मताधिकार का उपयोग नहीं किया।
आनंदपुर गांव में धाकड़, यादव व हरिजन सहित अन्य समाज के लोग रहते हैं। ग्रामीणों का कहना है कि सरपंच और सचिव द्वारा आनंदपुर में कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है और न ही कोई काम हो रहे हैं। बिजली लंबे समय से नहीं आ रही है जिसकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। अधिकारियों से शिकायत करने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं होती है।
ग्रामीण बोले हम यहां गांव में नर्क सा जीवन यापन करने को मजबूर हैं। गांव में पानी का कोई साधन नहीं है। यही कारण है कि ग्रामीणों को 1 से 2 किमी. दूर से पानी भरकर लाना पड़ रहा है। इसलिए गांव के सभी लोगों ने वोट न डालने का निर्णय लिया था।