नरेन्द्र जैन @ खनियाधाना। शिवपुरी जिले के पिछोर विधानसभा की खनियाधाना तहसील मे संबल योजना में लाखों रुपए के घोटाले की पकने की खबर मिल रही है। इस घोटाले का राज मासूम की मौत ने उगल दिया,मासूम राज की मौत में संबल योजना की मिलने वाली आर्थिक राशि 4 लाख रूपए शासन दो बार जारी हुई है लेकिन इसमें हैरानी वाली बात यह है कि दूसरी बार आई यह राशि प्लांट खाते में आई है इस खाते को फर्जी तरीके से इस घोटाले को अंजाम देने वाले गिरोह ने बिना हितग्राही के स्वीकृति के लिए खोल लिया गया।
जानकारी के अनुसार निवासी ग्राम मामीर कला तहसील खनियाधाना के रहने वाले महेश कुशवाह ने बताया कि 21 नवंबर 2021 में मेरा 8 साल का बेटा राज खेल रहा था और खेलते खेलते वह खेत के पास बने कुएं में पैर फिसलने के कारण गिर गया। कुएं में पानी भरने के कारण उसकी मौत हो गई।
महेश कुशवाह ने बताया कि जिसके बाद मैने संबल योजना का फार्म भर दिया। और 6 महीने बाद मेरे मध्याचंल ग्रामीण बैंक में 4 लाख रुपये राशि आ गई थी, फिर मुझे सूचना मिली की तुम्हारे खाते में 4 लाख रुपये पुन:और आ गये फिर मैंने जाकर पता किया तो वह राशि फेनो बैंक में आई हैं फिर मैंने बैंक वालों के कहा कि मेरा तो फीनो में, में कोई खाता है ही नहीं फिर राशि कैसे आ सकती हैं, तो उन्होंने कहा कि ढाई लाख रुपये आये हैं।
जिसके बाद मुझे थोड़ा संशय हुआ कि तो मैंने तहसीलदार मालवीय साहब को एक शपथ पत्र बनवाकर दे दिया। तो पता चला कि मेरे फर्जी खाते में 4 लाख रूपये आये हैं। फिर एक दिन मुझे एक नोटिस आया कि आपको सूचित किया जाता है कि 29 नवंबर को मृतक राज पुत्र महेश कुशवाह निवासी ग्राम बामौरकलां की कुंआ में गिरने से पानी में डूबने में मृत्यु हो गई थी जिसमें 4 लाख रुपये की आर्थिक सहायता राशि स्वीकृत की गई थी। जिसको मैंने निकाल लिया था। लेकिन फिर नोटिस में साफ साफ लिखा था कि तुम्हारे खाते में पुन: 4 लाख रुपये राशि का भुगतान हो गया हैं वह राशि लौटाई जाये।
दूसरा शपथ पत्र में साफ साफ लिखा था कि फिनो बैंक जिसमें मेरा आधार कार्ड लिंक होने से चार लाख रुपये 22 फरवरी 23 को 4 लाख रूपये दुबारा से आ चुकी हैं। मुझे शपथकर्ता के द्वारा खाते से निकाल कर वापस तहसील कार्यालय में नगद जमा करा दी हैं।
इस मामले को अगर गौर से देखा जाए तो मासूम के मोत के मामले में दो बार संबल योजना की राशि शासन से जारी हो गई और वह भी उस खाते में जिसे फर्जी तरीके से खोला गया है वह भी बिना हितग्राही के स्वीकृति के। जानकारी मिल रही है कि ऐसे ही संबल योजना के कई मामलों की इस प्रकार से फर्जी तरीके से मिनी बैंकों में खोले गए है ओर निकाल लिए गए। खनियाधाना तहसील के सभी संबल योजना के प्रकरण की जांच होनी चाहिए,इससे लाखों रुपए का घोटाला सामने निकलकर आ सकता है। वही शिवपुरी जनपद में भी करोडो रूपए का संबल घोटाला उजागर हुआ था।