रन्नोद के रहने वाले छोटू उर्फ सुमित बाथम पुत्र बालमुकुंद बाथम ने बताया कि मेरी शादी आज से करीबन 1 साल पहले हो रूबी बाथम पुत्री स्व. छोटेलाल बाथम उम्र 20 साल निवासी 40 नंबर कोठी के पास अहीर मोहल्ला पुरानी शिवपुरी के साथ हुई थी। शादी के बाद के बाद से ही मेरी पत्नी रूबी केवल मेरे साथ 2 महीने ही अच्छे से रही होगी। और दो महीने बाद उसने अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया। वह अपने प्रेमी भूरा हरिओम बाथम से बात करने लगी जो कि उसकी बड़ी बहन का देवर था और रूबी का शादी के पहले से ही उसका अफेयर उसकी दीदी के देवर से चल रहा था।
जिसके बाद मुझे इस बात का पता चला कि रूबी का अफेयर उसकी दीदी के देवर से चल रहा हैं तो मैंने इसका विरोध किया कि यह सब क्या हैं तुम लोगों ने मुझे यह बात शादी से पहले क्यों नहीं बताई थी। जिसके बाद उन लोगों का जवाब हमेशा उल्टा ही मिलता था कि हमारी क्या गलती हैं तूने शादी की तो अब झेल, तो मैंने फिर रूबी को समझाया कि अब तू इससे बात मत करना, तो उसने कहा की ठीक हैं नहीं करूंगी, लेकिन उसके कुछ महीनों बाद ही मैंने भूरा के साथ रूबी को देख लिया। और फिर उसके बाद रूबी मुझे छोड़कर अपने मायके चली गई और जिसके बाद मैं उससे बात करता रहा तो वह कहती थी कि मैं जल्दी ही आ जाउंगी।
मैंने उसे बहुत समझाया तो जैसे तैसे 8 महीने गुजर गए, फिर एक साल पूरी होने वाली थी हमारी शादी को, और 29 मई को हमारी मैरिज एनिवर्सरी थी। और रूबी ने मुझसे कहा कि तुझे मेरे पास आ जाओ आज अपनी मैरिज एनिवर्सरी हैं तो मैंने कहा कि तू मेरे साथ अपने घर आयेगी ना, तो उसने कहा हां मैं अपनी मैरिज एनिवर्सरी पर तुम्हारे साथ घर वापस चलूंगी।
जिसके बाद मैं रूबी के घर पहुंचा जहां वह मेरे साथ पूरे दिन बहुत अच्छे से रही,लेकिन जैसे ही मैरिज एनिवर्सरी को सेलिब्रेट करने का समय आया तो उसने मुझसे कहा कि मैं तुम्हारे साथ टाइमपास कर रही थी, तुम्हारे साथ खेल रही थी। मैं भूरा से बहुत प्यार करती हूं और तुम्हारे साथ नहीं रह सकती अगर तुम्हें मेरे साथ रहना हैं तो मेरे मायके में घर जमाई बनकर रहो, जैसे मेरे जीजाजी रहते हैं।
इसी बात का मैंने विरोध किया तो रूबी के घरवालों ने मेरे साथ जमकर मारपीट कर दी और मेरे गाड़ी का कांच तोड़ दिया और इसके साथ ही उन्होंने मेरी शिकायत शिवपुरी के देहात थाना में कर दी। कि यह मुझे दहेज के लिए प्रताड़ित करता हैं मुझे मारता पीटता हैं।