शिवपुरी। वेतन के मामले को लेकर नगर पालिका शिवपुरी के पंप अटेंडर और नगर पालिका के प्रबंधन फिर आमने सामने आ गया है। पंप अटेंडरों का कहना हे कि हमें हमारा वेतन अभी नहीं मिला है,वही सीएमओ का कहना है कि शर्त के अनुसार पंप अटेंडरों ने न्यायालय से केस वापस नहीं लिया और ना ही यह लिखकर दिया है कि वह आगे एरियर की मांग नहीं करेंगे यह पिछली बैठक में तय हुआ था। सीएमओ का यह भी कहना है कि मैने वेतन की फाइल साइन करके नगर पालिका अध्यक्ष के पास भेज दी है। वही कर्मचारी नेत कमल किशोर कोडे का कहना है कि वेतन नहीं मिली तो काम बंद हड़ताल शुरू होगी।
गौरतलब है कि नगरपालिका के 240 पंप अटेंडरों ने पहले भी काम बंद हड़ताल कर दी थी। उस समय जब समझौता हुआ था तो नपा के जिम्मेदारों को यह कहा गया था कि हर माह 7 तारीख तक वेतन दिया जाएगा, लेकिन मई माह की 13 तारीख होने के बाद भी इन कर्मचारियों को वेतन नहीं मिला। वेतन न मिलने से गुस्साए कर्मचारियों ने आज नगरपालिका में आकर सीएमओ कक्ष का घेराव किया। उनके साथ कर्मचारी नेता कमल किशोर कोड़े भी सीएमओ का इंतजार करते रहे। सीएमओ ने कर्मचारियों को बताया कि आप लोगों के वेतन पत्रक पर मैंने तो हस्ताक्षर कर दिए, तथा आप लोगों की फाइल नपाध्यक्ष के पास है।
हड़ताल पर गए तो गहराएगा संकट
सिंध की सप्लाई ठप होने से जल संकट गहराया हुआ है, ऐसे में यदि वेतन न मिलने से गुस्साए पंप अटेंडर भी काम बंद हड़ताल पर चले गए तो फिर शहर में गंभीर जल संकट गहरा जाएगा। चूंकि अभी गर्मी का मौसम है, जिसमें पानी की मांग अधिक रहती है, ऐसे में यदि पंप अटेंडर हड़ताल पर गए तो शहरवासियों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
इसलिए अटका वेतन व नपाध्यक्ष ने रोकी फाइल
पिछली बार जब पंप अटेंडरों ने हड़ताल की थी, तब यह तय हुआ था कि बढ़ा हुआ वेतन तभी दिया जाएगा, जब न्यायालय में गए पंप अटेंडर अपना केस वापस लेंगे तथा एरियर की मांग नहीं करेंगे। परिषद की बैठक में भी यह निर्णय हुआ था कि पंप अटेंडर शपथ पत्र देंगे, तब उनका बढ़ा हुआ वेतन जारी किया जाएगा। उस समय होली का त्योहार होने की वजह से नपा के जिम्मेदारों ने ध्यान नहीं दिया, लेकिन जब नपाध्यक्ष ने देखा कि बिना शपथ पत्र के वेतन पत्रक बनाए गए हैं, तो फिर उन्होंने फाईल रोक ली।
इनका कहना है
जो पंप अटेंडर न्यायालय में गए हैं, उन्हें अपना केस वापस लेने तथा एरियर की मांग ग न करने का शपथ पत्र देना था। पिछले महीनों में त्योहार आदि के चलते ध्यान नहीं दिया, लेकिन अब शपथ पत्र देने के बाद ही वेतन जारी होगा। क्योंकि यह तो परिषद के निर्णय की अवहेलना है। डॉ. केएस सगर, सीएमओ नपा शिवपुरी