शिवपुरी। मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (एमपी पीएससी) का मंगलवार की देर शाम जब रिजल्ट घोषित हुआ तो उसमें एक-दो नहीं बल्कि 13 युवाओं ने एडीपीओ बनकर जिले का नाम गौरवान्वित किया। इतना ही नहीं प्रदेश की टॉप टेन में चौथे नंबर पर शिवपुरी की सोनिया शर्मा, छठवें नंबर पर अनूप जैन व दसवें नंबर पर चंद्रपाल रावत ने अपना नाम दर्ज कराया।
शिवपुरी के 13 युवा एडीपीओ बन गए, जबकि 4 अभी वेटिंग में है। महत्वपूर्ण बात यह है कि शिवपुरी के सबसे अधिक युवा न्यायिक सेवा में है तथा प्रदेश की शायद ही कोई ऐसी कोर्ट होगी, जिसमें शिवपुरी में रहने वाला एडीपीओ कार्यरत न हो। प्रदेश में चौथे स्थान पर आई सोनिया शर्मा के पिता चंद्रशेखर शर्मा कर्मचारी नेता थे। सोनिया ने बताया कि मैं शिवपुरी में कुछ केसों को देख रही हूं तथा वकालत करने जाती हूं, साथ ही एडीपीओ की तैयारी कर रही थी।
सोनिया ने बताया कि मैंने इससे पहले तीन बार एडीपीओ का एग्जाम दिया था, लेकिन हर बार कुछ न कुछ वजह से रह गई। इस बार मैंने यही सोचकर तैयारी की थी प्रदेश की टॉप-टेन सूची में अपना नाम दर्ज कराना है। मेरी मेहनत सफल हुई तथा ईश्वर ने मुझे सफलता दी।
सोनिया ने बताया कि मैं शिवपुरी के युवाओं से यह कहना चाहती हूं कि अपना धैर्य न खोएं तथा मैंने भी 17- 18 साल तैयारी करने के बाद सफलता पाई है। शिवपुरी के एडवोकेट पंकज आहूजा की कोचिंग से इस बार 5 परीक्षार्थी सफल हुए हैं। दो बार जज के इंटरव्यू तक पहुंचे, पहली बार में बने एडीपीओ शिवपुरी के विश्वजीत चक्रवर्ती के पिता वृंदावनलाल चक्रवर्ती पुलिस में एएसआई हैं। विश्वजीत ने इससे पहले दो बार सिविल जज की परीक्षा देकर इंटरव्यू तक पहुंचे, लेकिन वहां से आगे नहीं बढ़ पाए। विश्वजीत ने एडीपीओ की पहली बार ही परीक्षा दी और वे सिलेक्ट हो गए। विश्वजीत के बड़े भाई वेटनरी डॉक्टर व बहन पटवारी है।
अनूप को प्रदेश में छठवां स्थान, सिविल जज की तैयारी काम आई
बैराड़ के रहने वाले साइकिल दुकान संचालक नरेश जैन के बेटे अनूप जैन ने सीडीपीओ की परीक्षा पहले ही प्रयास में सफलता हासिल कर ली। वह वर्तमान में सहायक वर्ग 3 के रूप में
कलेक्टोरेट में जॉब कर रहे हैं। चूंकि लॉ ग्रेजुएट होने के बाद उन्होंने सिविल अनूप जैन जज और एडीपीओ बनने का सपना देखा। सिविल जज की वह तैयारी पहले से कर रहे हैं और एडीपीओ की परीक्षा दी तो उसमें भी सफलता मिल गई। अनूप के प्री में 340 अंक और साक्षात्कार में 19 अंक आए हैं और वह इस परीक्षा में प्रदेश में छठवें स्थान पर हैं।
दीपमाला श्रीवास्तव पत्नी शैलेंद्र श्रीवास्तव का यह दूसरा प्रयास था। और उन्होंने कोचिंग भी इसलिए शुरू की ताकि उनका अभ्यास बढते के साथ विषय मजबूत बने, और वह दूसरों को सफलता दिलाने में मददगार बन सकें। हुआ भी यही उन्होंने इस परीक्षा में सफलता हासिल की और उनकी 27 वी रैंक आई। इसके साथ ही उनकी छात्रा रहीं रेखा उचाड़िया ने 84 वी रैंक और शबनम बानो ने 99 वी रैंक हासिल कर बेहतर परिणाम दिया। वहीं खनियाधाना की अपूर्वा जैन ने भी इस परीक्षा में सफलता हासिल कर 65वीं रैंक हासिल की। वह इंदौर हैं और सिविल जज की तैयारी कर रही हैं। यह उनका पहला प्रयास रहा।
एडीपीओ परीक्षा में यह हुए सिलेक्ट
सोनिया शर्मा,अनूप जैन,चंद्रपाल यादव,सपना गुप्ता,दीपमाला गुप्ता,किरण गोयल,राजेंद्र सोनी,विश्वजीत चक्रवर्ती,अपूर्वा जैन,रेखा उचाडिया,अविनाश यादव,शबनम बानो और रीना राठौर
वही संगीता भार्गव,अमन अग्रवाल,बबिता भार्गव और संस्कार धाकड वेटिंग लिस्ट में है।
कोर्ट के फैसले के बाद 13% चयन और होंगे
अभी 13% सीटों पर चयन ओबीसी आरक्षण का केस हाईकोर्ट में विचाराधीन होने के चलते लंबित हैं। ओबीसी आरक्षण का केस का फैसला होने के बाद शेष 13% चयन होने और कुछ विधिक बिंदुओं पर विचाराधीन याचिकाओं के माननीय हाईकोर्ट से अंतिम निर्णय होने के उपरांत कुछ और अभ्यर्थियों के चयन होने की उम्मीद है।
प्रोफेसर दिग्विजय सिंह सिकरवार, विभाग प्रमुख विधि विभाग, श्रीमंत माधव सिंधिया शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय शिवपुरी