शिवपुरी। रविवार को सुबह अचानक से कलेक्ट्रेट परिसर में आग लग गई थी इस आगजनी में लाखों रुपए के घोटाले के साक्ष्य मिटाने को लगाई गई थी। पुलिस ने इस आगजनी के घटना के आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इन आरोपियों पर पुलिस अधीक्षक ने 10-10 हजार का इनाम घोषित कर किया था।
इस आगजनी की घटना के बाद पुलिस अधीक्षक शिवपुरी ने 30 सदस्यीय टीम का गठन किया था। इस आगजनी के घटना के बाद पुलिस ने इस जांच शुरू की, कलेक्ट्रेट परिसर में लगे व शहर समस्त सीसीटीवी कैमरे चेक किये गये जो सीसीटीवी कैमरे में दो व्यक्ति कलेक्ट्रेट परिसर में 17 मई को दिन के समय करीब 01.00 से 01.30 के बीच में घूमते दिखे है जिन्हे देखकर कर प्रथम दृष्टया उनकी गतिविधियां संदिग्ध प्रतीत हुई।
कलेक्ट्रेट के कर्मचारियों ने इन संदिग्धों की पहचान रूप सिंह परिहार व राहुल परिहार के रूप में हुई। आगे जांच में पाया गया कि रूप सिंह, राहुल परिहार के साथ-साथ एक अन्य व्यक्ति जो कद में छोटा था के साथ रात्रि करीवन 11.00 बजे के आसपास पोलो ग्राउंड के पास देखा गया है जो प्रथम दृष्टया रूप सिंह परिहार जिसके ऊपर गबन का भी अपराध दर्ज किया गया एवं अपराध दर्ज होने से पूर्व एवं कलेक्ट्रेट में जिस रात आग लगी उससे पूर्व दिन में रूप सिंह परिहार, राहुल परिहार कलेक्ट्रेट के आसपास दिखे एवं उनके साथ एक अन्य व्यक्ति के दिखने से गंभीर शंका प्रतीत हुई ।
प्रकरण में रूपसिंह परिहार व राहुल परिहार के संबंध में कलेक्ट्रेट में कार्य करने संबंधी रिकार्ड पता किया तो पता चला कि रूप सिंह परिहार पिछोर में लोअर और नदी परियोजना के अंतर्गत कार्य करने वाली प्राइवेट कंपनी मंटेना में काफी समय से ऑपरेटर का काम कर रहा है जिसका मुख्य कार्य परियोजना के अंतर्गत ग्राम वासियों से ली गई जमीन का भुगतान कराने संबंधी दस्तावेज तैयार करना है एवं बिल का भुगतान हेतु भू-अर्जन शाखा शिवपुरी भेजना है जो भू-अर्जन शाखा में उसके द्वारा भेजे गये एक बिल के संबंध में जिसमें 20 लाख रुपये का बिल का मिलान नहीं हो पा रहा है जिससे पूछताछ चल रही है जिसका भी अपराध रूप सिंह परिहार के विरूद्ध पंजीबद्ध किया जा चुका है।
रूप सिंह परिहार व राहुल परिहार के बारे में मुखबिर से पिछोर में होने की जानकारी पता लगी तो तत्काल ही पिछोर जाकर राहुल परिहार को उसके घर फुटेरा से गिरफ्तार किया एवं पूछताछ पर बताया कि उसने रूपसिंह परिहार के कहने पर जितेन्द्र पाल के साथ मिलकर रैकी कर कलेक्ट्रेट में जाकर पैट्रोल व डीजल ले जाकर आग लगाई एवं रूप सिंह ने दस हजार रुपये में काम कराने का वादा किया था जो 1000 /रु दे दिये थे 9000 /रु अभी नहीं दिये थे जो राहुल से सीसीटीवी में दिखाई दे रहे उसके कपडे, घडी, सैंडल जप्त किये गये है ।
इसके बाद रूप सिंह परिहार के घर न्यू कोर्ट के पास पिछोर पहुंचकर आरोपी को गिरफ्तार किया गया एवं आरोपी से घटना के संबंध में पूछताछ करने पर घटना स्वीकार की एवं भू-अर्जन शाखा में एक 20 लाख रुपये के बिल के गबन की जांच से डरकर इस घटना को अंजाम दिया एवं राहुल व जितेन्द्र से आग लगवाई है आरोपी से घटना दिन की पैट्रोल लाई बोतल एवं बैग को जब्त किया गया है आरोपी ने अपनी गाडी एवं घटना दिनांक को दिन व सात्रि के समय पहने कपड़े एवं जूते गाडी के साथ साक्ष्य छुपाने की दृष्टि से कहीं छुपा दिये है जिसके संबंध में पूछताछ जारी है गाड़ी मिलने पर अन्य साक्ष्य प्राप्त हो सकेगा ।
प्रकरण में तीसरे आरोपी जितेन्द्र पाल को उसके घर फुटेरा से गिरफ्तार किया गया एवं पूछताछ करने पर रूप सिंह एवं राहुल के साथ मिलकर घटना कारित करना स्वीकार किया एवं रूप सिंह के कहने पर राहुल के साथ मिलकर शिवपुरी कलेक्ट्रेट में आग लगाने की घटना को अंजाम दिया। एवं घटना वक्त के सीसीटीवी में दिखाई दिये कपडे वतोर साक्ष्य जप्त किये गये।
प्रकरण में आरोपी गणों से पूछताछ जारी है एवं रूप सिंह परिहार से गबन संबंधी अपराध में पूछताछ करने पर घटना घटित करना स्वीकार किया एवं शासन की राशि का गबन करना स्वीकार किया जो आरोपी की उक्त अपराध में गिरफ्तारी की गई है जो आरोपी से उसके द्वारा गबन किये गये 20 लाख रुपये रिकवरी एवं अन्य साथियों के संबंध में पूछताछ किया जाना शेष है।