शिवपुरी। कलेक्ट्रेट में लोअर उर सिंचाई प्रोजेक्ट के भू-अर्जन के भुगतान में करोड़ों रुपए का घोटाला पका दिया गया था,इस घोटाले के सबूत जड से मिटाने के लिए कलेक्ट्रेट में रखी फाइलो को आग के हवाले कर दिया गया था। इस अग्निकांड में मंटेना मैक्स कंपनी का कंप्यूटर ऑपरेटर रूप सिंह जेल में बंद है,रूपसिंह के बडे भाई राकेश परिहार ने जहर का सेवन कर लिया है,राकेश परिहार की जेब से दो पत्र मिले है,जिसमें कुछ लोगों पर वर्तमान विधायक पर 2 करोड़ रुपए मांगने के आरोप लगाए है।
राकेश के पिता मिहिलाल का कहना है कि गुरुवार की शाम 5 बजे राकेश ने सब्जी में डालने वाली दवा का सेवन कर लिया। पहले पिछोर अस्पताल लाकर भर्ती कराया, जहां से शिवपुरी रेफर करने की बात कही। हम इलाज कराने झांसी लेकर आ गए। इलाज मिलने के बाद हालत में सुधार है, लेकिन बोलने की हालत में नहीं है। राकेश ने सीएम के नाम लेटर में अपने भाई के जेल में होने का जिक्र करते हुए लिखा है कि फर्जी प्रकरण में शामिल सभी अधिकारियों के फोन रूपसिंह के पास आने लगे कि तू प्राइवेट आदमी है। तू ही - कुछ कर सकता है।
उन लोगों ने रूपसिंह को बुलाया और सभी लोगों की बात हुई कि जांच शुरू हो गई है तो रूप सिंह से कहा कि फाइलें नष्ट करने में जितना खर्चा होगा, हम देंगे। फिर रूपसिंह ने इस कार्य को करने तैयार हो गया। आगजनी की घटना को अंजाम दिया। यह जांच लगातार चल रही है। इसमें कोई भी अधिकारी को दोषी नहीं बनाया है।
छोटे कर्मचारियों को फंसाया जा रहा है। इसमें अधिकारी, अधिकारियों का सपोर्ट कर रहे हैं। इसमें पटवारी से लेकर जिले के सभी अधिकारी शामिल हैं। इस घोटाले में 31 लोगों के खाते में 5.10 करोड़ रुपए का भुगतान हुआ है, जिसमें से सभी लोगों ने पैसा निकालकर मिश्रा जी और अग्रवाल जी को दे दिया है। आज मैं आत्महत्या कर रहा हूं, क्यों कि हमें न्याय नहीं मिल रहा है। अगर न्याय नहीं मिला तो एक-एक कर सभी आत्महत्या करेंगे। सीएम से आग्रह किया है कि पटवारी से लेकर कर्मचारी व अधिकारी घोटाले में शामिल हैं, उनको दोषी बनाया जाए।
सीएम के नाम दूसरा लेटर, विधायक के नाम पर दो करोड़ रु. मांगे
राकेश ने मुख्यमंत्री के नाम दूसरे लेटर में लिखा है कि वर्तमान विधायक ने मेरे पास बलदेवपुर, पिछोर से सुनील शर्मा पत्रकार और राहुल खटीक को भेजा। वे लोग आकर बल्लन उर्फ सुनील लोधी पुत्र भगवानदास, इंदर परिहार पुत्र रामप्रसाद परिहार और कल्याण पुत्र कैलाश परिहार से आकर मिले। इसके बाद वो लोग मेरे पास आए।
वे सभी पांचों लोगों ने कहा कि हमारे लिए विधायक जी ने भेजा है कि आपको दो करोड़ रुपए वर्तमान विधायक को देना पडेंगे, नहीं तो आप पूरा परिवार आत्महत्या कर कर मरेगा। मैंने कहा कि हमारे पास सिर्फ 5% पैसा आता है, मैंने कहा, जो आपको करना है कर लीजिए। उन्होंने कहा कि देख लेंगे। मैंने कहा कि आप जाइए, जब आत्महत्या करेंगे तो आप पर भी 302 का मुकदमा दर्ज होगा। वर्तमान विधायक से संपर्क किया तो कॉल रिसीव नहीं हुआ।