शिवपुरी। शिवपुरी शहर में आवारा कुत्तों का आतंक है,पिछले जनवरी से मई माह तक लगभग 6 हजार लोगों को आवारा कुत्ते अपना शिकार बना रहे है। इसमे खास बात यह है कि कुत्ते वाहनो के पीछे भागते है और वाहन सवार को गिराकर घायल भी कर देत है,नगर पालिका शिवपुरी ने आवारा कुत्तों की संख्या पर नियंत्रण करने के लिए नसबंदी के टेंडर भी लगाए थे लेकिन आपत्ति लगने के कारण यह अमल में नहीं आ सका है।
जिला अस्पताल के कुत्ते के काटने के बाद लगने वाले एंटी रैबीज के इंजेक्शन का आंकड़ा देखें तो तकरीबन 1 हजार या इससे अधिक लोग प्रतिमाह जिला चिकित्सालय आकर वैक्सीन लगवा रहे हैं। यहां के आंकड़ों को देखें तो मई माह में अब तक 1227 लोगों ने जिला अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में बने वैक्सीनेशन केंद्र पर पहुंचकर वैक्सीन लगवाई है। इसमें जनवरी में 908, फरवरी में 1103, मार्च में 1208 और अप्रैल माह में 1188 लोगों को एंटीरेबिज वैक्सीन लग चुकी है। यहां प्रतिदिन 35 तक मरीज इंजेक्शन लगवा रहे हैं। इनमें नए और पुराने दोनों केस शामिल हैं।
यह है कुछ मामले
1. शहर के पेपर वितरक रवि यादव को अखबार बांटने के दौरान कुत्ते ने पहले साइकिल से पटका फिर बुरी तरह पैर में काटा। अब वह डॉक्टर से उपचार ले रहे हैं।
2. शिव शक्ति नगर में रहने वाले रवि गोयल ने बताया कि वह बाइक से जा रहे थे और कुत्ते ने भौंका तो वह अनबेलेंस हुए और बाइक से गिरे इसी दौरान कुत्ते ने आकर काट लिया। वहीं उनके दोस्त अमन कुमार को तो फ्रेक्चर तक हो गया था।
3. हम्माल मोहल्ला में रहने वाली युवती ने बताया कि वह साइकिल से जा रही थी इसी दौरान कुत्ता आया तो वह डर कर भागी और कुत्ते ने काट लिया अब इंजेक्शन लग रहे हैं।
नपा ने कुत्तों की नसबंदी का प्रस्ताव तो पारित किया, 3 महीने बाद भी अमल नहीं
सीएमओ केशव सिंह सगर का कहना है कि नगर पालिका तो 6 महीने पहले ही टेंडर कर चुकी है, लेकिन यहां के कुछ ऐसे लोगों ने जिन्हें टेंडर नहीं मिला तो उन्होंने माहौल खराब करना शुरू किया। कुछ लोग तो जीव कल्याण बोर्ड तक चले गए। ऐसे में हमने जिला पशु विभाग के प्रमुख को चिट्ठी लिखी है, और जीव कल्याण बोर्ड का भी कोई जवाब नहीं आया। यही वजह है कि अभी कार्रवाई नहीं हो सकी।