काजल सिकरवार@ शिवपुरी। शिवपुरी जिला मुख्यालय का जिला अस्पताल डॉक्टरों की कमी के कारण वेटिंलेटर पर है,मरीजों की समय पर उचित इलाज नहीं मिल रही है। ऐसी तपती गर्मी में मरीज तडप रहे हद जो आज जब हो गई जब सुबह 9 बजे से इंतजार कर रहे मरीजो को ओपीडी में 2 बजे तक डॉक्टर नहीं मिले तो उन्होंने हंगामा कर दिया,हालांकि जैसे इस बात की जानकारी सिविल सर्जन को मिली तो उन्होने तत्काल डॉक्टर की व्यवस्था की,सिविल सर्जन का कहना है कि जिला अस्पताल में 17 विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी है और उनकी पद खाली है।
जानकारी के अनुसार शिवपुरी जिले के जिला अस्पताल में सुबह के नौ बजे से मरीज डॉक्टर की राह देख रहे थे,लेकिन उन्हें डॉक्टर की राह देखते देखते दोपहर के 2 बज गये तो उनका सब्र का बांध टूट गया और उन्होंने हंगामा कर दिया। मरीजों के परिजनों को कहना था कि हम दूर दूर से शिवपुरी के सरकारी अस्पताल में अपने मरीजों को लेकर आये थे, एक उम्मीद के साथ कि वहां हमारे मरीजों को उपचार तुरंत मिलेगा, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ अस्पताल में हड्डी का डॉक्टर ही मौजूद नहीं था। जिससे पसेंट भरी गर्मी में अपने पैर को लेकर, अपने टूटे हाथ को लेकर डले हुए थे। और डॉक्टर की राह देख रहे थे कि डॉक्टर कब आये और हमारे मरीजों को देखें।
वहीं बाह्य रोगी कक्ष के बाहर खड़े सौरव जैन ने बताया कि एक्सीडेंट में मेरे पैर में फ्रैक्चर आ गया जिसका इलाज कराने मैं शिवपुरी जिला अस्पताल में आया था,आज मुझे 2 महीने हो गये तब से मेरे पैर का इलाज चल रहा हैं एक्सरे वाला कह रहा हैं कि डेढ बजे आना, डॉक्टर नहीं हैं, इमरजेंसी केस में गये हैं। और आज सुबह 9 बजे से मैं यहां बैठा हूं और साथ में एक मासूम बच्चा भी हैं उसके हाथ मैं भी फैक्चर हैं उसने सुबह से कुछ भी नहीं खाया, बस डॉक्टर का इंतजार कर रहा हैं कि कब डॉक्टर आये और हम इलाज करवाकर यहां से जाये,लेकिन हमें यहां खड़े हुए पूरे 2 घंटे हो गये हैं। अभी तक डॉक्टर का भी कुछ अता पता नहीं चला।
अस्पताल में मरीज रामकुमार जैन निवासी शिवपुरी ने बताया कि मेरे पैर मैं भी फ्रैक्चर हैं मैं भी डेढ़ घंटे से डॉक्टर का इंतजार कर रहा हूं, और मैं ही अकेला यहां परेशान नहीं हो रहा हूं बल्कि यहां मौजूद बुजुर्ग भी डॉक्टर से रूम में बैठकर डॉक्टर का ही इंतजार कर रहे हैं और उनमें से कुछ लोग तो ऐसे भी हैं जो बाहर से आये हुए हैं जो सुबह से ही यहां बैठे हुए हैं जिन्हें अभी तक कोई भी ट्रीटमेंट नहीं मिल सका हैं।
सुबह से डॉक्टर का इंतजार कर रही विध्य वाई अग्रवाल निवासी मोहना उम्र 65 वर्ष ने बताया कि हम आज सुबह 10 बजे से अस्पताल से ट्रामा सेंटर में बैठे हुए हैं और हड्डी के डॉक्टर का इंतजार कर रहे हैं, आज मुझे पूरे 5 दिन हो गये, मेरी पैर में फैक्चर हैं और मुझे अभी तक आराम नहीं मिला हैं और यहां डॉक्टर भी समय से नहीं आते और यहां का डॉक्टर कौन हैं यह भी किसी को नहीं पता, मैं बुजुर्ग हूं और मुझ जैसी कई बुजुर्ग यहां डॉक्टर की राह देखते देखते अपने घर वापस लौट जाती हैं और अब मैं भी अपने घर जा रही हूं क्योंकि यहां डॉक्टर आयेगा या नहीं यह भी भरोसा नहीं हैं।
रामकली रावत निवासी गउ शाला ने बताया कि मेरे बेटे के पैर में काफी चोट आई हैं और अभी उसको कोई भी ट्रीटमेंट नहीं मिला हैं, और उसके पैर में काफी दर्द हो रहा हैं यहां अभी तक कोई भी डॉक्टर उसे देखने तक नहीं आया हैं।
इनका कहना हैं
अस्पताल की स्थिति काफी खराब है यहां 17 पोस्ट विशेषज्ञ डॉक्टर के पद खाली हैं और डॉक्टर यहां आने को तैयार भी नहीं होते हैं, क्योंकि उन्हें उनकी मुंह मांगी सैलरी नहीं मिल रही, और हड्डी के डॉक्टर पहले आलोक श्रीवास्तव थे, जिन्हें किसी कारण वश सस्पेंड कर दिया गया हैं। अब यहां हड्डी से संबंधित मरीजों को केवल एक ही डॉक्टर तरुण नागौरिया देख रहे हैं, और अभी वह ऑपरेशन थेटर में हैं, मैं जल्द ही उन्हें वहां भिजवाता हूं। यहां 17 पोस्ट ऐसी हैं जो अभी भी खाली हैं यहां डॉक्टर आने को तैयार नहीं हो रहे हैं क्योंकि उनको उनकी मुंह मांगी सैलरी नहीं मिल रही हैं।
बीएल यादव सिविल सर्जन जिला अस्पताल शिवपुरी
यह है पोस्ट खाली
1. रेडियोलॉजिस्ट की दो पोस्ट हैं और वो दोनों ही खाली हैं।
2. अस्ति रोग की 4 पोस्ट हैं और वह चारों ही खाली हैं।
3. नाक-कान वाले डॉक्टर की 2 पोस्ट हैं और वहीं दोनों ही खाली हैं।
4. बेहोशी के डॉक्टर की 5 पोस्ट हैं और वह 4 खाली हैं।
5. शिशु रोग की 4 पोस्ट में से 2 खाली हैं।
6. सर्जरी के डॉक्टर की 1 पोस्ट खाली हैं।
7. स्त्री रोग की एक पोस्ट खाली हैं।
8. नेत्र रोग की एक पोस्ट खाली हैं।
9. छय रोग की एक में से एक पोस्ट खाली हैं।
10 मेडिकल ऑफिसर की 9 में से 9 पोस्ट खाली हैं।