शिवपुरीं। शिवपुरी गौशाला में पुलिस द्वारा जब्त की गई भैंस में से 11 भैंसों की मौत उचित देखभाल और उपचार के अभाव में हो गई। यह भैंसें पुलिस द्वारा पशु क्रूरता अधिनियम के तहत जब्त की गई थीं।
उल्लेखनीय है कि पुलिस ने शिवपुरी से होकर गुजरने वाले ट्रकों में ठूंस-ठूंस कर भरी गई भैसों को पिछले दिनों जब्त किया था। भैसों को जब्त करने के बाद पुलिस द्वारा एक बार 45 भैंसें, एक बार 52 भैंसें और एक बार 11 भैंस शिवपुरी गौशाला में भेजी उचित देखभाल के लिए सुपुर्दगी में दी गई थीं। गौशाला में रहने के दौरान उनके चारे पानी को लेकर भी हल्का विवाद की स्थिति बनी, जिसके बाद टीआई कोतवाली द्वारा उनके चारे का प्रबंध किया गया, तब कहीं जाकर भैंसों को गौशाला में चारा खिलाया गया।
इसी क्रम में गौशाला में एक दिन 10 भैंसों की और दूसरे दिन एक भैंस की मौत हो गई। भैंसों की मौत के बाद उनका पोस्टमार्टम करवाया गया। पुलिस का कहना है कि गौशाला में काफी अव्यवस्थाएं हैं, ऐसे में उन्हें उचित देखभाल नहीं मिल पाई। टीआई के अनुसार मौत का कारण क्या रहा, यह तो डॉक्टर ही बता पाएंगे। कुल मिलाकर गौशाला में अच्छी हालत में पहुंची भैंसों की मौत कहीं न कहीं लापरवाही को दर्शाता है।
मौत का कारण जानने के लिए जब पशुपालन विभाग के उपसंचालक डा. एमसी तमोरी को फोन किया तो उन्होंने बताया कि उन्हें भैंसों की मौत के बारे में बताया तो गया है परंतु इसकी ज्यादा जानकारी गोशाला प्रभारी डा. मनोज गुप्ता को है। जब उन्हें फोन लगाया गया तो उनका कहना था कि भैंसो का पीएम डा. वाय एस रघुवंशी ने किया है, मौत का कारण वही बता पाएंगे। जब डा. वाय एस रघुवंशी को फोन लगाए तो उन्होंने फोन ही अटेंड नहीं किए।