शिवपुरी। आज भारत देश में उत्साह उमंग ओर भक्ति भाव से रामनवमी मनाई जा रही है शिवपुरी में आज रामनवमी में अवसर पर एक विशाल शोभायात्रा निकाली जाती है वही कई स्थानो पर भंडारे का आयोजन किया जा रहा है। देश राममय हो रहा है तो शिव की पुरी शिवपुरी के इस विजय राघव सरकार के मंदिर की बात करना आवश्यक है क्यो कि यह शिवपुरी का एक ऐसा मंदिर है केवल राम दरबार ही है।
शिवपुरी में भगवान श्रीराम के मंदिर की बात करे तो यह मंदिर जल मंदिर रोड पर स्थित यह बहुत कम लोगों ने इस मंदिर में भगवान के दर्शन किये होंगे कुछ लोगो को तो पता नहीं नहीं होगा की यहा भी श्रीराम का मंदिर मौजूद है। इस प्राचीन मंदिर को आमजन विजय राघव मंदिर नाम से जानते है। इस मंदिर में भगवान श्री राम के साथ सीता मैया और लक्ष्मण की विराजित है। इस मंदिर की मान्यता है कि यहा लोग अगर सच्चे मन से मन्नत मांगते है तो श्रीराम उनकी इस मनोकामना को पूरी करते है।
यह रहा मंदिर का इतिहास
विजय राघव नाम से प्रचलित इस मंदिर की स्थापना सन् 1975 में हुई थी इस मंदिर का निर्माण संत हरकुमर बाई ने कराया था हम आपको बता दे की संत बाई हरकुमर जी बालपन से ही संतों की सेवा कर संत बनी थी और करीब 90 साल की उम्र में उन्होंने इस मंदिर का निर्माण कराया था
राम भक्त एसएस त्रिवेदी जी ने जानकारी देते हुए बताया कि उस समय राज माता विजयाराजे सिंधिया, शिवपुरी के दाउ हनुमंत सिंह, सुशील बहादुर अष्ठाना, शिवपुरी में कत्थ्मील के दीवान साहब और शिवपुरी में उस समय पदस्थ न्यायाधीश ने हरकुमर बाई के शिष्य हुआ करते थे। जो की मंदिर के हर कार्यक्रम में शामिल होकर सेवा करते थे।
इस मंदिर का नियम है कि इस मंदिर में भगवान को बहार से लाया हुआ प्रसाद का भोग नहीं लगाया जाता है बल्कि भगवान के भोग के लिए प्रतिदिन मंदिर की रसोई में भी भोग बनाया जाता है। इस मंदिर में इस समय दो पुजारी और एक बाई सेवा के लिए है। भगवान की पूजा अर्चना उत्तर प्रदेश लखीमपुर के पुजारी पुनीत शर्मा करते है साथ ही दूसरे स्थानीय पुजारी प्रमोद शर्मा भी भगवान की सेवा में रहते है,आज रामनवमी के दिन मंदिर में विशेष पूजा अर्चना की गई है।