शिवपुरी जिले के पोहरी थाना सीमा में आने वाले गांव झिरी में स्थित प्राचीन मंदिर की तीन मूर्तियों को खंडित कर दिया था। मूर्तियों के तोडफोड के कारण गांव में तनाव की स्थिति निर्मित हो गई थी। ग्रामीणों ने चक्का जाम कर दिया था। पुलिस ने इस मामले को ट्रेस कर लिया है। मंदिर में मूर्तियों को खंडित करने वाले आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने दावा किया है कि मंदिर में मूर्तियों को तोड़ने वाला आरोपी पुजारी के परिवार का ही सदस्य है,और चढावे के विवाद को लेकर यह घटना घटित की है।
जैसा कि विदित है कि बीते 17 मार्च को झिरी गांव के प्राचीन घडी माता के मंदिर के दरवाजे को तोड़कर मंदिर में स्थित माता, गणेश व नंदी की मूर्ति को खंडित कर दिया। मंदिर के पुजारी दयागिरि गोस्वामी ने बताया था कि मूर्ति को क्षतिग्रस्त करने वाले आरोपी भागते हुए उन्होंने देखा। चोर मंदिर में चोरी के उद्देश्य से नहीं घुसा था। बल्कि मूर्तियों को तोड फोड करने का ही उसका उद्देश्य था।
घटना की सूचना मिलते ही पोहरी एसडीओपी सुजीत सिंह भदौरिया भी पहुंच गए थे, भड़के ग्रामीणों ने आरोपी की गिरफ्तारी की मांग को लेकर झिरी मार्ग को जाम कर दिया था। पुलिस की समझाइश के बाद भी ग्रामीण अज्ञात आरोपी की गिरफ्तारी की मांग को लेकर अड़े रहे। इसकी सूचना लगते ही पोहरी विधायक कैलाश कुशवाह झिरी गांव पहुंचे। जहां उन्होंने ग्रामीणों को समझाइश दी, वहीं पोहरी एसडीओपी सुजीत सिंह भदौरिया तत्काल ने अज्ञात बदमाश के खिलाफ मामला दर्ज कर दस दिनों के भीतर आरोपियों को गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया था।
आज पुलिस ने खुलासा किया है कि मूर्तियों को तोडफोड करने वाला आरोपी पुजारी के परिवार का सदस्य है। पुलिस ने इस मामले की जांच की तो 14 मार्च को मंदिर पर भंडारे का आयोजन हुआ था। इस भंडारे में चढ़ावे की राशि को लेकर पुजारी दया गिरी गोस्वामी और उसके भाइयों में विवाद हुआ था।
पुजारी के भाई प्रेम गिरी गोस्वामी का लडका महेन्द्र उर्फ टकले गोस्वामी ने दारू के नशे में घुसकर इन मूर्तियों की तोडफोड कर दी। टकले गोस्वामी पूर्व से आपराधिक किस्म का है और बैराड थाने में मामले दर्ज है। पुलिस ने टकले से सब्बल भी जप्त करने का दावा किया है। पुलिस ने आरोपी को न्यायालय में पेश किया जहां से उसे जेल भेज दिया।