शिवपुरी। बरसों से उजाड़ पड़ी शिवपुरी की हवाई पट्टी के अब दिन फिरने वाले हैं। शिवपुरी आई एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया की पांच सदस्यीय टीम ने सात दिन तक रुक कर हवाई पट्टी सहित उसके आसपास का तकनीकी सर्वे किया। शिवपुरी में हवाई पट्टी पर 45 करोड़ की राशि खर्च करने की तैयारी है।
शिवपुरी की हवाई पट्टी की लंबाई 900 मीटर है, जबकि बड़े प्लेन उतारने के लिए रनवे की लंबाई 1.50 किमी होना चाहिए। यही वजह है कि शिवपुरी में अभी तक बड़े प्लेन नहीं उतरा करते थे, छोटे चार्टर प्लेन अथवा हेलीकॉप्टर से ही अभी तक शिवपुरी में वीआईपी की आमद होती रही है।
पिछले कुछ वर्षों से तो मौजूदा हवाई पट्टी पर भी जगह-जगह से डामर-गिट्टी उखड़ जाने से खराब हो गई है। हवाई पट्टी पर लगभग चार साल पूर्व डामरीकरण किया गया था, लेकिन उसके बाद फिर से इसकी स्थिति खराब हो गई है। हवाई पट्टी की लंबाई बढ़ाने के लिए झांसी रोड की तरफ ही जगह है, लेकिन वहां पर भी कुछ निजी व कुछ शासकीय भूमि है।
3 से 10 अप्रैल तक किया सर्वे
एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया की पांच सदस्यीय टीम 3 अप्रैल को शिवपुरी आ गई थी। टीम के तकनीकी स्टाफ ने हवाई पट्टी व उसके आसपास का अपने कैमरों की मदद से सर्वे किया। 10 अप्रैल तक अपना सर्वे पूरा करने के बाद टीम वापस चली गई। टीम अपनी सर्वे रिपोर्ट जब केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय को सौंपेगी, उसके आधार पर इसमें किए जाने वाले कार्य की रूपरेखा तैयार की जाएगी।
फुटबॉल खेलने के साथ ही करते हैं स्टंट
हवाई पट्टी की सुरक्षा दीवार में कई जगह से सेंधमारी कर दी गई है। जिसके चलते यहां पर न केवल घूमने वाले व मवेशी चराने वाले पहुंच जाते हैं, बल्कि यहां पर सुबह-शाम फुटबॉल मैच होने के साथ ही दोपहर में दुपहिया वाहन सवार इस हवाई पट्टी पर स्टंट करते हैं। स्टंट करने की वजह से वाहन में एकाएक ब्रेक लगाते हैं, जिससे डामर-गिट्टी उखड़कर बाहर आ जाती है।
हवाई पट्टी का सर्वे कर ले गई टीम
एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया की टीम शिवपुरी आई थी तथा सर्वे करने के लिए रुकी थी। टीम को सर्वे में क्या मिला तथा वे अपनी रिपोर्ट में पेश करेंगे। अभी हवाई पट्टी १०० मीटर की है, इसकी लंबाई बढ़ेगी या एयरपोर्ट बनेगा, यह टीम तय करेगी।
रविंद्र कुमार चौधरी कलेक्टर शिवपुरी
शिवपुरी की हवाई पट्टी की लंबाई 900 मीटर है, जबकि बड़े प्लेन उतारने के लिए रनवे की लंबाई 1.50 किमी होना चाहिए। यही वजह है कि शिवपुरी में अभी तक बड़े प्लेन नहीं उतरा करते थे, छोटे चार्टर प्लेन अथवा हेलीकॉप्टर से ही अभी तक शिवपुरी में वीआईपी की आमद होती रही है।
पिछले कुछ वर्षों से तो मौजूदा हवाई पट्टी पर भी जगह-जगह से डामर-गिट्टी उखड़ जाने से खराब हो गई है। हवाई पट्टी पर लगभग चार साल पूर्व डामरीकरण किया गया था, लेकिन उसके बाद फिर से इसकी स्थिति खराब हो गई है। हवाई पट्टी की लंबाई बढ़ाने के लिए झांसी रोड की तरफ ही जगह है, लेकिन वहां पर भी कुछ निजी व कुछ शासकीय भूमि है।
3 से 10 अप्रैल तक किया सर्वे
एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया की पांच सदस्यीय टीम 3 अप्रैल को शिवपुरी आ गई थी। टीम के तकनीकी स्टाफ ने हवाई पट्टी व उसके आसपास का अपने कैमरों की मदद से सर्वे किया। 10 अप्रैल तक अपना सर्वे पूरा करने के बाद टीम वापस चली गई। टीम अपनी सर्वे रिपोर्ट जब केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय को सौंपेगी, उसके आधार पर इसमें किए जाने वाले कार्य की रूपरेखा तैयार की जाएगी।
फुटबॉल खेलने के साथ ही करते हैं स्टंट
हवाई पट्टी की सुरक्षा दीवार में कई जगह से सेंधमारी कर दी गई है। जिसके चलते यहां पर न केवल घूमने वाले व मवेशी चराने वाले पहुंच जाते हैं, बल्कि यहां पर सुबह-शाम फुटबॉल मैच होने के साथ ही दोपहर में दुपहिया वाहन सवार इस हवाई पट्टी पर स्टंट करते हैं। स्टंट करने की वजह से वाहन में एकाएक ब्रेक लगाते हैं, जिससे डामर-गिट्टी उखड़कर बाहर आ जाती है।
हवाई पट्टी का सर्वे कर ले गई टीम
एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया की टीम शिवपुरी आई थी तथा सर्वे करने के लिए रुकी थी। टीम को सर्वे में क्या मिला तथा वे अपनी रिपोर्ट में पेश करेंगे। अभी हवाई पट्टी १०० मीटर की है, इसकी लंबाई बढ़ेगी या एयरपोर्ट बनेगा, यह टीम तय करेगी।
रविंद्र कुमार चौधरी कलेक्टर शिवपुरी