शिवपुरी। भवि/य में क्या होने वाला किसी ने देखा,वह घर जो अपनी बेटी की विदाई के कई महीनों से तैयारी कर रहा था,घर में हंसी खुशी का माहौल एक पल में मातम में बदल गया,घर बेटी के हाथ पीले करने की तैयारी कर रहा था,घर में नाच गाना चल रहा था,इस सुखद क्षण में भाई नाचते हुए गिरा और हार्ट अटैक आने के कारण भाई की मौत हो गई। अब एक और भाई की अर्थी सज रही थी और बेटी की डोली भी सज रही थी,इस वाक्ये से पूरे मजरे में मातम छाया हुआ था।
जानकारी के अनुसार शिवपुरी अनुविभाग के सिरसौद थाना सीमा मे आने वाले चौकी गांव में 29 मार्च की शाम को एक जाटव परिवार में खुशियों का माहौल था क्यो कि 30 मार्च को घर में बेटी की बारात आनी थी,29 मार्च की शाम से घर में जश्न का माहौल था,घर में नाच गाना चल रहा था,बधाई गीत गाए जा रहे थे,अचानक इस नाच गाने में श्रीलाल जाटव उम्र 35 साल पुत्र हक्के जाटव को अचानक सीने में दर्द हुआ और वह जमीन पर गिर गया।
श्रीलाल जाटव को परिजन और घर में मौजूद मेहमान 29 मार्च की रात जिला अस्पताल लेकर आए जहां आधी रात उसकी हालत और बिगड़ने लगी,इस कारण अस्पताल के डॉक्टरों ने उसे मेडिकल कॉलेज में रैफर कर दिया,लेकिन मेडिकल कॉलेज में रात 3 बजे उसकी मौत हो गई।
घर में बेटी की शादी के कारण जो खुशिया बिखरी हुई थी,वह मातम में बदल गई क्यो की 30 मार्च को घर में बारात की अगवानी करनी थी,बेटी के हाथ पीले होने थे,और बेटी की डोली सजाकर उसे विदा करना था। एक ही घर में एक दिन में अर्थी और डोली कैसे उठे। इस पर रिश्तेदारों ने सार्वजनिक सहमति से यह निर्णय लिया कि बेटी की शादी किसी रिश्तेदार के घर से करेंगे।
बताया जा रहा है कि इसके बाद हक्के की बेटी को रात में ही उसके किसी रिश्तेदार के घर भेज दिया गया। शनिवार को वहां सिर्फ शादी की रस्म अदा की गई। इधर घर से बेटी की विदा होने के बाद बेटे के शव का शनिवार को घर ले जाया गया और जिस चौखट से बहन की डोली उठनी थी, उस चौखट से भाई की अर्थी उठाई गई। इस पूरे घटनाक्रम से क्षेत्र में गम का माहौल है।