शिवपुरी। शिवपुरी शहर के देहात थाना सीमा में आने वाले झांसी रोड पर स्थित कांग्रेस के पूर्व मंत्री और पूर्व विधायक केपी सिंह के वेयर हाउस के ताले चटकाते हुए 100 खाद के कट्टे चोरी कर लिए थे। पुलिस ने इस चोरी काण्ड का ट्रेस करते हुए ट्रैक्टर ट्रॉली सहित चोरी हुए 92 खाद के कट्टे बरामद करते हुए 03 चोरो को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। वही इस चोरी काण्ड के 3 आरोपी फरार बताए जा है,इस चोरी काण्ड का मुख्य सरगना पूर्व में ड्राइवरी का काम करता था और वह इस वेयर हाउस मे माल खाली करके जाता था।
जैसा कि विदित है कि इस वेयर हाउस से 24-25 अप्रैल की रात वेयर हाउस के मुख्य दरवाजे के ताले तोड़कर अज्ञात चोर 100 खाद के कट्टे किसी वाहन से भर ले गए। सुबह जब वेयर हाउस के मैनेजर और अन्य लोग पहुचे तो देखा ताला टूटा हुआ है और माल गायब है। देहात थाना प्रभारी जितेंद्र मावई ने बताया कि एक कंपनी ने वेयरहाउस को किराए पर लिया था। इस गोदाम में करीब 20 हजार खाद के कट्टे रखे हुए थे। 26 अप्रैल को चोरी की शिकायत शंकर कालोनी के रहने वाले श्याम गुप्ता ने थाने में आकर दर्ज कराई थी।
पुलिस ने इस मामले में पडताल शुरू ओर घटना वाली रात के वेयर हाउस के आसपास लगे कैमरे को पुलिस ने खंगालना शुरू किया तो इस चोरी कांड की परतें खुलना शुरू हो गई। बताया जा रहा है कि इन कैमरो में यह ट्रेक्टर ट्रॉली कैद हो गए। पुलिस ने इस मामले के तार से मार जोडते हुए चोरी किए हुए माल तक पहुंच गई। पुलिस ने ट्रैक्टर ट्रॉली सहित 92 खाद के कट्टे आमढाना के जंगल से बरामद कर लिए थे।
पुलिस ने आरोपी अनिल रावत पुत्र जगदीश रावत (23) साल निवासी भौराना थाना सिरसौद शिवपुरी हाल शंकर कॉलोनी शिवपुरी, धर्मेन्द्र रावत पुत्र निर्पत रावत (24) निवासी नेतवास थाना कोलारस शिवपुरी, नरेन्द्र गुर्जर पुत्र श्याम सिंह गुर्जर (22) साल निवासी ग्राम मझेरा थाना देहात शिवपुरी को गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में अन्य दो आरोपी शिशुपाल रावत और ब्रजेश जाटव अभी फरार है। जिनकी तलाश में पुलिस जुटी हुई है।
ट्रक ड्राइवर ने बनाई योजना
जानकारी के मुताबिक इस चोरी का मास्टरमाइंड अनिल रावत को बताया गया है। बता दें कि अनिल रावत ट्रक ड्राइवर है अनिल पूर्व में इसी वेयरहाउस से कई बार खाद की रैक का सप्लाई का काम कर चुका है। इसके चलते उसे वेयरहाउस के बारे में पहले से ही जानकारी थी।
अनिल यह भी जानता था कि रात के समय इस वेयरहाउस पर कोई चौकीदार नहीं रुकता है। इसी बात का फायदा और पैसों की कमी को पूरा करने के लिए अनिल ने पांच लोगों के साथ शराब पार्टी की थी। इस पार्टी में अनिल का जिगरी दोस्त धर्मेंद्र रावत और अनिल का बहनोई शिशुपाल रावत मुख्य रूप से शामिल हुए थे।
इसके अतिरिक्त इस पार्टी में नरेंद्र गुर्जर और बृजेश जाटव भी शामिल हुए थे। शराब पार्टी के दौरान अनिल ने सारी योजना चारों को समझा दी थी। इसके बाद पांचों ने मिलकर चोरी की वारदात को अंजाम दिया। पांचों आरोपी बड़े आराम से वेयरहाउस के ताले तोड़कर ट्रैक्टर-ट्रॉली में खाद के कट्टों को भर ले गए थे।