शिवपुरी। किसानो के खेतो के उपर से निकले बिजली के तार किसानों की मुसीबत बन रहे है,तारों के टकराने से निकली चिंगारी के कारण शिवपुरी जनपद की ग्राम पंचायत हातोद में आने वाले अर्जुन गांव गांव में मंगलवार की दोपहर 0 8 किसानों की लगभग 80 बीघा भूमि पर खडी जिंदा गेहूं की फसल जलकर राख हो गई। इस आग को काबू करने में फायर बिग्रेड की सांस फूल गई,वही किसानों ने समझदारी का परिचय देते हुए ट्रैक्टर से फायर लाइन बनाई,इस कारण आग आगे नही बढ सकी ओर पानी डालकर आग पर काबू किया गया।
जानकारी के अनुसार अर्जुन गांव गांव में मंगलवार दोपहर अचानक से तीन बजे खेतों से तेज धुंआ उठने लगा। किसानों और ग्रामीणों ने देखा तो हड़कंप मच गया। गेहूं की सूखी हुई फसल ने तेजी से आग पकड़ी और करीब आठ किसानों के खेतों को चपेट में ले गया। ग्रामीणों ने दमकल को सूचना दी और फिर आग बुझाने में जुट गए। ट्रैक्टरों की मदद से फायर लाइन बनाई गई जिससे आग आगे न बढ़ सके। इसके बाद कुएं, बोरवेल आदि से पानी डाला गया।
करीब डेढ़ घंटे बाद दमकल की गाड़ी पहुंची, लेकिन वह रास्ते में ही आधी खाली हो चुकी थी। उससे पानी डाला गया, लेकिन थोड़ी देर में ही खाली हो गई। आग लगने की घटना की प्रारंभिक रूप से मुख्य वजह बिजली के तारों में शार्ट सर्किट होना सामने आया है। घटना में गुरदेव सिंह, सतनाम सिंह, गुरविंदर सिंह, तेजा सिंह, जगरूप सिंह, बग्गा सिंह, जंपा सिंह आदि किसानों को नुकसान हुआ है और हर किसान की करीब पांच-छह बीघा फसल जल गई है। किसानों को करीब 20 से 25 लाख रुपये का नुकसान हुआ है। सूचना पर पटवारी और राजस्व का अमला मौके पर पहुंचा। खबर लिखे जाने तक पंचनामे की कार्रवाई चल रही थी।
बिजली के तार बने आफत, शिकायत पर सुनवाई नहीं
गर्मियों के मौसम में हर दिन मेंटेनेंस के नाम पर कटौती करने वाली बिजली कंपनी के तार आफत बने हुए हैं और किसानों की फसल, झोपड़ी में आग लग रही है। हातौद के गुरवीर सिंह ने बताया कि खेतों में बहुत नीचे तक तार लटके हुए हैं। आग इन्हीं में शार्ट सर्किट के कारण लगी होगी क्योंकि कोई और कारण नजर नहीं आ रहा है। पूर्व में बिजली कंपनी के जेई को कई बार कहा है कि नीचे लटके हुए तारों को दुरुस्त करा लें, लेकिन वे टालते रहे और अब यह हादसा हो गया।