खनियाधाना। शिवपुरी जिले के पिछोर थाना अनुविभाग के खनियाधाना थाना सीमा में आने वाले एक गांव में एक पिता के सामने ही उसका 13 साल का बेटा पलक झपकते ही मौत के आगोश में समा गया। बताया जा रहा है कि अचानक से थ्रेसर से मरने वाला बालक तीन बहनो के बीच इकलौता भाई था।
खनियाधाना थाना सीमा में आने वाले सिनावल कला गांव में निवास करने वाले बृजेश लोधी की गेहूं की फसल कट कर खेत में रखी हुई थी,परिवार इस कटी हुई फसल की थ्रेसिंग करा रहा था। ब्रजेश का 13 साल का बेटा शेवेंद्र उसके साथ फसल के पूरो को थ्रेसर में डालने का काम कर रहा था। इसी बीच शेवेंद्र का थ्रेसर में पूरा डालते समय ध्यान भंग हो गया और और पूरो के साथ उसके हाथ थ्रेसर में चले गए,अपनी पूरी ताकत से चल रहे थ्रेसर के पंखे ने पलक झपकते ही शिवेंद्र को खीच लिया,जिससे शिवेंद्र की मौके पर ही मौत हो गई।
बता दें कि इस दर्दनाक हादसे में तीन बहनों के बीच 13 साल के इकलौते भाई की दर्दनाक मौत हो गई। हादसे की सूचना परिवार ने पुलिस को नहीं दी। परिवार ने शेवेंद्र का अंतिम संस्कार कर दिया है। इस दर्दनाक घटना के बाद परिवार सहित गांव में मातम पसरा हुआ है।
खनियाधाना थाना सीमा में आने वाले सिनावल कला गांव में निवास करने वाले बृजेश लोधी की गेहूं की फसल कट कर खेत में रखी हुई थी,परिवार इस कटी हुई फसल की थ्रेसिंग करा रहा था। ब्रजेश का 13 साल का बेटा शेवेंद्र उसके साथ फसल के पूरो को थ्रेसर में डालने का काम कर रहा था। इसी बीच शेवेंद्र का थ्रेसर में पूरा डालते समय ध्यान भंग हो गया और और पूरो के साथ उसके हाथ थ्रेसर में चले गए,अपनी पूरी ताकत से चल रहे थ्रेसर के पंखे ने पलक झपकते ही शिवेंद्र को खीच लिया,जिससे शिवेंद्र की मौके पर ही मौत हो गई।
बता दें कि इस दर्दनाक हादसे में तीन बहनों के बीच 13 साल के इकलौते भाई की दर्दनाक मौत हो गई। हादसे की सूचना परिवार ने पुलिस को नहीं दी। परिवार ने शेवेंद्र का अंतिम संस्कार कर दिया है। इस दर्दनाक घटना के बाद परिवार सहित गांव में मातम पसरा हुआ है।