शिवपुरी। अक्सर समाज में वर वधु के विवाह के लिए जो पंजीयन होते हैं उनकी शादी सम्मेलन में कर दी जाती है लेकिन पहली बार सार्वजनिक रूप से ऐसा पाल बघेल समाज के सम्मेलन में देखने में आया जिसमें नाबालिग जोड़ों ने जब विवाह सम्मेलन में शामिल होने की दस्तक दी तो उनकी कम उम्र देखते हुए उन्हें 2 साल रुकने की नसीहत दे डाली। खास बात यह रही कि इस दौरान 11 जोड़े तय करने का लक्ष्य रखा गया था लेकिन 6 जोड़ ही विवाह मंडप में फेरी ले पाए।
दरअसल पाल बघेल समाज शिवपुरी में प्रथम बार निशुल्क सामूहिक विवाह सम्मेलन का आयोजन का संकल्प लिया और मंशापूर्ण मंदिर पर 6 जोड़ों का निशुल्क विवाह सम्मेलन आयोजन किया। सम्मेलन समिति अध्यक्ष मुन्ना पाल और भरत पाल ने बताया की हम सबने एक बैठक कर निर्णय किया कि निशुल्क विवाह सम्मेलन का आयोजन करना है। जिसमें जोड़ों से कुछ भी पंजीयन राशि नहीं ली जाएगी। ठकुरपुरा के समाज बंधुओं ने एक निशुल्क विवाह सम्मेलन समिति का गठन किया।
समाज के बीच जैसे ही निशुल्क सम्मेलन की जानकारी लगी तो समाज बंधुओं ने बढ़ चढ़कर दान देना शुरू किया। सम्मेलन समिति के अध्यक्ष मुन्ना पाल ने ही अपने परिवार से 1 लाख 101 रुपए का दान दिया। इसके अलावा समिति के इंजी. गोपाल पाल दद्दा करेरा द्वारा 6 कूलर, समाजसेवी महेंद्र पाल अन्नू द्वारा 6 अलमारी का दान दिया। कल्याण पाल भंडारे के लिए अपनी और से आटा एवं दोना पत्तल दिए। इस तरह एक से बढ़कर एक समाज के लोगों ने अपनी ओर से नव दंपति को कई सारे उपहार दिए जिसमें उन्हें आप नई घर गृहस्थी चलाने के लिए सामग्री अलग से नहीं खरीदनी पड़ेगी।
निशुल्क विवाह सम्मेलन में वर वधु को आशीर्वाद देने दीवान अरविंद लाल, दीवान अर्जुन लाल, दिलीप मुदगल, विधायक कैलाश कुशवाह, विजय शर्मा, इंजीनियर गोपाल पाल दद्दा, कैबिनेट मंत्री दर्जा राजेंद्र पाल, सेवानिवृत्त रजिस्ट्रार संतोष पाल, बजरंग दल विभाग संयोजक उपेंद्र यादव, राम यादव, पूर्व नपाध्यक्ष मुन्नालाल कुशवाह, वार्ड 1 के पार्षद अमरदीप शर्मा, पूर्व पार्षद हरिचरण पाल, शिक्षक बनवारी पाल, रामरतन पाल, एई इंद्र प्रताप बघेल, नारायण सिंह पाल, भगवत सिंह पाल, सीताराम पाल, महेश पाल, लोटन पाल, मोहनलाल पाल, राजेश पाल, भूपेंद्र पाल, आदि मौजूद रहे।
प्रत्येक जोड़े को यह सामग्री उपहार में दी गई ठकुरपुरा निशुल्क सम्मेलन समिति द्वारा नवविवाहित जोड़ों को 24 इंच टीवी, कूलर, अलमारी, ड्रेसिंग, सिंगल बेड, दो कुर्सी, गद्दा तकिया के अलावा पांच रकम एवम वर वधु को कपड़े, घड़ी आदि उपहार दिए गए। वरमाला आयोजन के दौरान पंडित अरुण शर्मा, पंडित लक्ष्मीकांत शर्मा एवं राजेश बिहारी द्वारा सभी जोड़ों की वरमाला का आयोजन स्वस्ति वाचन वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ किया।